मुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने लंदन स्थित बी.आर. अंबेडकर के उस घर को खरीदने का फैसला किया है, जहां वह साल 1920 में लंदन स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स में पढ़ाई करने के दौरान रहते थे। इसे एक स्मारक-सह-संग्रहालय में तब्दील कर दिया जाएगा। एक अधिकारी ने यहां शनिवार को यह जानकारी दी।
वैश्विक अकादमिक सम्मेलन में हिस्सा लेने लंदन गए महाराष्ट्र के शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े ने सौदे को अंतिम रूप दिया और वहां शनिवार को इसकी घोषणा की। मुंबई में एक अधिकारी के मुताबिक, 2050 वर्गमीटर में फैले उस घर का सौदा लगभग 40 करोड़ रूपए में तय होने की उम्मीद है। यह पिछले कई महीनों से बिकाऊ था।
तावड़े ने लंदन में कहा कि अप्रेल तक हमने सभी औपचारिकताएं पूरी करने की योजना बनाई है और इसे लोगों के लिए स्थायी संग्रहालय-सह-स्मारक बनाया जाएगा। अंबेडकर इस घर में 1921-1922 के दौरान रहे थे। इस दौरान वे लंदन स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स से पढ़ाई कर रहे थे। यह आवासीय संपत्ति लंदन के एनडब्ल्यू-3 इलाके के 10 किंग हेनरी रोड पर स्थित है।
लंदन से एक बयान में तावड़े ने कहा कि अप्रैल तक सभी औपचारिकताएं पूरी करने और इसे एक संग्रहालय में तब्दील कर जनता के लिए खोलने की हमारी तैयारी है। उन्होंने कहा कि एक संपत्ति एजेंट के माध्यम से जब हमें पता चला कि यह घर बिकाऊ है, मैंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से बात की। वे इस समय दावोस में हैं। उन्होंने तुरंत इसके लिए हामी भर दी।
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री तावड़े ने इसके बाद समझौते को अंतिम रूप देने के लिए फेडरेशन ऑफ अंबेडक्राइट्स एंड बुद्धिस्ट ऑर्गनाइजेशन (एफएबीओ) के प्रतिनिधियों और भारतीय अधिकारियों से मुलाकात की।
उन्होंने कहा कि स्मारक से लोगों को देश के स्वतंत्रता संग्राम में और बाद में सार्वजनिक जीवन में अंबेडकर के जीवन, उनके काम और उनके योगदान के बारे में जानकारी मिलेगी।