बेंगलुरू। भारत की डेविस कप टीम के गैर खिलाड़ी कप्तान महेश भूपति ने सात से नौ अप्रैल तक बेंगलुरू में उज्बेकिस्तान के खिलाफ खेले जाने वाले डेविस कप के एशिया ओसनिया जोन ग्रुप एक मुकाबले में आखिरकार रोहन बोपन्ना को तरजीह देते हुये अनुभवी लिएंडर पेस को टीम से बाहर कर दिया है।
बोपन्ना को युगल मैच में श्रीराम बालाजी के साथ जोड़ीदार बनाया गया है जो उज्बेक टीम के फारूख दुस्तोव और संजर फेजिएव से भिड़ेंगे। विश्व युगल रैंकिंग में बोपन्ना फिलहाल 23वें पायदान पर हैं और पेस से 34 स्थान आगे हैं। हालांकि 43 वर्षीय पेस ने हाल ही में चैलेंजर्स खिताब जीता है।
भारतीय डेविस कप टीम में पिछले कुछ दिनों से युगल टीम के चयन को लेकर माथापच्ची चल रही थी और भूपति ने बोपन्ना और पेस दोनों को ही रिजर्व में रखा था। लेकिन अंतत: उन्होंने बोपन्ना को तरजीह देते हुए टीम से पेस को बाहर कर दिया।
गैर खिलाड़ी कप्तान ने इस बाबत कहा कि उनका ध्यान फिलहाल सभी तीनों अंक जीतने पर लगा है और वह टीम चयन और युगल मैच को लेकर बेवजह की बातों में उलझना नहीं चाहते हैं।
पेस के सबसे खास दोस्त और सबसे सफल जोड़ीदार रहे भूपति ने अपनी डेविस कप टीम में रामकुमार रामनाथन, प्रजनेश गुणेश्वरम और एन श्रीराम बालाजी तथा बोपन्ना को चुना है जो उज्बेकिस्तान के खिलाफ डेविस कप मुकाबले में उतरेंगे।
इससे पहले यूकी भांबरी भी टीम का हिस्सा थे लेकिन वह घुटने की चोट के कारण डेविस कप से हट गए जिसके बाद प्रजनेश को टीम में शामिल किया गया।
भांबरी के हटने के बाद भूपति के सामने सबसे बड़ी दुविधा युगल टीम चुनने की थी जिसमें पेस और बोपन्ना शामिल थे। पेस गत वर्ष भारत की डेविस कप टीम का हिस्सा रहे थे। लेकिन टीम के नये गैर खिलाड़ी कप्तान भूपति ने इस बार टीम में बोपन्ना को तरजीह दी जो भारत के मौजूदा शीर्ष रैंकिंग युगल खिलाड़ी हैं।
एकल मुकाबलों में गुणेश्वरन और रामनाथन एकल और उलट एकल मुकाबले खेलने उतरेंगे जो शुक्रवार और रविवार को खेलेंगे। गुणेश्वरन और बालाजी भारत के लिए डेविस कप पदार्पण करने उतरेंगे।
रामकुमार का सामना पहले एकल में तैमूर इस्माइलोव से होगा जबकि गुणेश्वरन के सामने फेजैव दूसरे एकल में होंगे। उलट एकल में रामनाथन और फेजैव और अंतिम एकल में गुणेश्वरन के सामने इस्माइलोव की चुनौती रहेगी।
एक समय पेस के साथ युगल नंबर वन बन चुके पेस हालांकि सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं जो डेविस कप में 55 मुकाबले खेल चुके हैं जिसमें उन्होंने युगल में 42 जीते हैं। उनके इस शानदार रिकार्ड के बावजूद भूपति ने उन्हें बाहर बैठाने का निर्णय किया है। भूपति ने पेस को बाहर बैठाने के साथ ही उन्हें डेविस कप इतिहास में सर्वाधिक युगल मैच जीतने के रिकार्ड को अपने नाम करने से भी वंचित कर दिया है।
पेस ने डेविस कप में सर्वाधिक 42 युगल मैच जीते हैं और वह इस मामले में इटली के निको पिट्रांगली के बराबरी हैं। लेकिन फिलहाल अनुभवी भारतीय खिलाड़ी के पास नया रिकार्ड बनाने का मौका नहीं है।
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