भुवनेश्वर के नामी-गिरामी सम अस्पताल (SUM Hospital) नामक एक निजी अस्पताल में सोमवार देर शाम आग लग गई। इस दुर्घटना में 23 लोगों की मौत हो गई है तथा 20 से अधिक लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं।
जानकारी के मुताबिक आग पहली मंजिल पर बने डायलिसिस वॉर्ड में शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी, जो आईसीयू तक तेजी से फैल गई। इस संबंध में जानकारी मिलने के बाद अस्पताल प्रशासन ने आग पर काबू पाने के प्रयास किए लेकिन वे सफल नहीं हुए।
अग्निशमन विभाग को जानकारी देने के बाद दमकल विभाग की पांच गाडियां घटनास्थल पर पहुंची और आग बुझाने का काम शुरु किया।
अस्पताल के सुपरिटेंडेंट ने बताया कि मरीजों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं। ज्यादातर मरीजों की मौत धुंए से दम घुटने के कारण हुई है।
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कैपिटल अस्पताल के निदेशक बी बी पटनायक ने कहा कि कई पीड़ित सम अस्पताल के आईसीयू में भर्ती थे और जीवन रक्षक प्रणाली पर रह रहे थे। यहां भर्ती 10 मरीजों को भुवनेश्वर के एम्स में भर्ती कराया है। 48 मरीज़ों को AMRI अस्पताल, एक को अपोलो और छह को कटक के SCB Medical कॉलेज में शिफ्ट किया गया।
राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने घटना के बाद अस्पताल का दौरा किया साथ ही उन्होंने घायलों के बेहतर और मुफ़्त इलाज के आदेश दिए। मुख्यमंत्री ने इस हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश भी दे दिए हैं।
अधिकारियों के अनुसार फायरब्रिगेड के कर्मचारियों, स्वयंसेवकों और अस्पताल के कर्मचारियों के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर बचाव अभियान चलाया।
इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हादसे पर ‘गहरा दुख’ व्यक्त करते हुए इसे ‘दिमाग झकझोर देने वाली’ घटना करार दिया।
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पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि ओडिशा के अस्पताल में लगी आग में लोगों की जान जाने से काफी दुखी हूं. यह त्रासदी दिमाग को झकझोर देने वाली है। मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवारों के साथ हैं।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से बात की है और उन्हें घायलों को एम्स में भर्ती कराने की व्यवस्था करने को कहा है। उम्मीद है कि घायल लोग जल्द स्वस्थ होंगे।
मोदी ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से भी बात की है और उनसे घायलों एवं प्रभावितों के लिए हरसंभव मदद सुनिश्चित करने को कहा है।