Warning: Undefined variable $td_post_theme_settings in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/news/wp-content/themes/Newspaper/functions.php on line 54
ठंड से हुई पटरी क्रेक, महाकौशल ट्रेन को इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोका - Sabguru News
Home India City News ठंड से हुई पटरी क्रेक, महाकौशल ट्रेन को इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोका

ठंड से हुई पटरी क्रेक, महाकौशल ट्रेन को इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोका

0
ठंड से हुई पटरी क्रेक, महाकौशल ट्रेन को इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोका
major tragedy averted as alert driver of mahakaushal express spots break in tracks
major tragedy averted as alert driver of mahakaushal express spots break in tracks
major tragedy averted as alert driver of mahakaushal express spots break in tracks

ग्वालियर। तेज ठंड का असर जनजीवन पर तो पड़ा ही है, लेकिन इसका प्रभाव रेलवे ट्रैक पर भी पड़ा है। सोमवार को सुबह ग्वालियर के पास ठंड से रेलवे ट्रैक क्रेक हो गया, जिसके कारण महाकौशल ट्रेन को इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोकना पड़ा।

इसके बाद धीरे-धीरे ट्रेन को ट्रैक से निकाला गया और इससे ट्रेन करीब 40 मिनट लेट हो गई। बाद में तकनीशियनों ने ट्रैक की मरम्मत की।

सोमवार को सुबह डाउन महाकौशल ट्रेन झांसी से ग्वालियर आ रही थी। इसी दौरान ग्वालियर के बाहर की ओर एक छोटा स्टेशन सिथौली है। इस स्टेशन के पास अचानक ट्रेन के ड्राइवर को कॉशन मिला को वे तुरंत ट्रेन को रोंके, क्योंकि आगे ट्रैक टूटा हुआ है। इस कॉशन के तुरंत बाद महाकौशल एक्सप्रेस के ड्राइवर को इमरजेंसी ब्रेक लगाने पड़े।

अचानक ब्रेक लगाने यात्रियों को भी अचंभा हुआ। बाद में ट्रैक से धीरे-धीरे ट्रेन को निकाला गया। इससे महाकौशल ट्रेन करीब 40 मिनट लेट ग्वालियर स्टेशन पर पहुंची। रेलवे इंजीनियरों के मुताबिक यह क्रेक अचानक बढ़ने वाली ठंड के कारण आया है।

रेलवे के तकनीशियनों ने इस टूटे ट्रैक की तुरंत मरम्मत कर दी। इसके अलावा पूरे ट्रैक का निरीक्षण भी किया जा रहा है, जिससे कहीं भी पटरी टूटी मिले या फिर किसी प्रकार का नुकसान हो तो उसे तुरंत सही करके ट्रेनों का आवागमन ठीक किया जा सके। वैसे ही कोहरे के कारण ट्रेनें लेट चल रही हैं।

ठंड से सिकुड़ती है पटरी

ठंड से रेलवे पटरी सिकुड़ती है और कई बार उसमें क्रेक आ जाते हैं। इसी प्रकार गर्मी में पटरी फैल जाती है। इन दोनों स्थितियों में रेलवे कर्मचारी ध्यान रखते हैं और जैसे ही ट्रैक असामान्य दिखाई देता है, तुरंत मरम्मत करके उसे सही करते हैं।