इस्लामाबाद। पाकिस्तानी अदालत ने गुरुवार को नोबेल पुरस्कार विजेता पाकिस्तान की मलाला युसुफजई पर हमला करने वाले दस दोषियों को मौत की सजा सुनाई।
स्वात घाटी की आतंक विरोधी अदालत ने इन दस दोषियों के अलावा चार अन्य लोगों को उम्रकैद की सजा दी है। मलाला पर हमले के आरोपियों को पिछले साल सितंबर में गिरफ्तार किया गया था।
बीते दिसंबर को पेशावर के आर्मी पब्लिक स्कूल पर हुए हमले के एक दिन बाद 17 दिसंबर को पाकिस्तान में सजा-ए-मौत पर लगी रोक हटा दी गई थी।
गौरतलब है कि तालिबान के फतवे की परवाह न करते हुए 14 साल की मलाला 9 अक्टूबर 2012 को स्कूल गई थी, वहां तालिबानी आतंकवादियों ने उस पर हमला कर दिया था।
मलाला के सिर में गोली लगी थी लेकिन वह किसी तरह बच गई। करीब दो महीने तक उसका ब्रिटेन के अस्पताल में इलाज चला और फिर वह दुनिया के लिए मिसाल बन गई।