कुआलालंपपुर। किम जोंग नम की हत्या को लेकर मलेशिया और उत्तर कोरिया के बीच कूटनीतिक विवाद उत्पन्न हो गया है और कुआलालंपपुर ने उत्तर कोरिया से अपना राजदूत वापस बुला लिया है।
साथ ही नम की हत्या मामले में मलेशियाई पुलिस की जांच पर सवाल खड़े करने के लिए स्पष्टीकरण देने हेतु उत्तर कोरियाई राजदूत को भी सोमवार को तलब किया। नम उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन के सौतले भाई थे। पिछले सप्ताह कुअलालंमपुर हवाई अड्डे पर नम की रहस्यमयी परिस्थिति में मौत हें गई थी।
उल्ल्खनीय है कि गत सप्ताह कुआलालंपपुर हवाई अड्डे पर नम की हत्या मामले में पांच उत्तर कोरियाई नागरिकों पर संदेह जाहिर किए जाने के बाद प्योंगयोंग तिलमिला गया था और कहा था कि कुआलालंपपुर विरोधी ताकतों के साथ मिलकर उसकी छवि खराब करने का षडयंत्र कर रहा है।
उत्तर कोरिया के राजदूत कांग चोल ने मलेशिया के आरोपों को आधारहीन बताया था। हालांकि किम जोंग नम की हत्या में उत्तर कोरिया के हाथ होने की सर्वत्र चर्चा हो रही है, लेकिन अभी तक ऐसा सबूत नहीं मिला है जिससे आरोपों की पुष्टि की जा सके।
इस बीच मलेशिया के विदेश मंत्रालय ने एक अधिकारिक बयान जारी कर कहा है कि नम की रहस्यमयी परिस्थिति में मलेशिया की धरती पर मौत हुई थी इसलिए मलेशियाई सरकार का दायित्व है कि जांच कर मौत के कारणों का पता लगाए।
दोनों देशों के बीच विवाद तब उत्पन्न हुआ जब मलेशिया पुलिस ने नम के शव सौंपने के उत्तर कोरियाई राजदूत की मांग ठुकरा दी थी।
इस पर उत्तर कोरिया के राजदूत कांग चोल ने कुआलालंपपुर में अस्पताल के बाहर संवाददाताओं से कहा था कि नम का शव इसलिए नहीं दिया जा रहा है, क्योंकि अपने उत्तरी पड़ोसी को बदनाम करने के लिए मलेशिया पर दक्षिण कोरिया का दबाव है।
उधर, नम की हत्या को लेकर सोल ने उत्तर कोरियाई शासक किम जोंग उन के आदेश का हवाला देकर प्योंगयों पर संदेह जाहिर किया था। उन ने अपने बड़े भाई नम की हत्या का आदेश दिया था और साल 2012 में उनकी हत्या का प्रयास भी विफल रहा था।