सबगुरु न्यूज-ब्यावर। विजय गहलोत हत्याकांड में शामिल शेष आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर बुधवार को माली समाज ने उपखण्ड अधिकारी कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया।
उल्लेखनीय है कि सूरजपोल गेट बाहर चौहान कॉलोनी निवासी विजय गहलोत का शव मंगलवार को पुलिस गश्ती दल को हाइवे पर पड़ा मिला। पुलिस ने विजय की हत्या में शामिल उसकी पत्नी मोना और उसके प्रेमी दिनेश साहु को गिरफ्तार कर लिया। समाज के लोगों का यह आरोप था कि इस घटना को अंजाम देने में और लोग भी शामिल हैं। इस पर माली समाज के युवा, सामाजिक कार्यकर्ता, समाज के अध्यक्ष एवं पदाधिकारी सडकों पर उतरे और इस हत्याकांड में शामिल अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार करने की मांग करने लगे। यह लोग उपखण्ड अधिकारी कार्यालय पहुंचे। वहां पर उपखण्ड अधिकारी का ज्ञापन भी सौंपा।
माली समाज के लोग जब हत्याकांड मे शामिल हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग लेकर उपखंड कार्यालय पहुंचे। वहां पर चुनिंदा लोग उपखण्ड अधिकारी के चैम्बर पहुंचे। उन्होंने इस संपूर्ण घटनक्रम की जानकारी उपखण्ड अधिकारी को दी। इन लोगों ने उपखण्ड अधिकारी से संपूर्ण समाज के लोगों से मिलने के लिए बाहर आने का अनुरोध किया। इसे लेकर कुछ देर उहापोह की स्थिति बनी। बाद में उपखण्ड अधिकारी बाहर आए और सबकी बात सुनी।
-पत्नी और उसके प्रेमी ने की थी हत्या
विजय की पत्नी और उसके प्रेमी ने विजय की हत्या की थी। मंगलवार मध्यरात्रि को हाइवे पर पुलिस को एक शव बरामद हुआ। प्रथम दृष्टया मामला हत्या का प्रतीत हुआ। सदर थाना पुलिस ने मृतक की शिनाख्त की और मामला हत्या का प्रतीत होने पर जांच आगे बढ़ाई। मृतक के अर्द्धनग्न शव के पास मोबाइल भी था। इस पर जब एक फोन आया तो पुलिस ने उसे अटैंड किया। इसके बाद फोन करने वाले शख्स मालियान चौपड़ निवासी कमल किशोर को उदयपुर रोड बुलवाया तो मौके पर पहुंचकर उसने मृतक की शिनाख्त खुद के भाई विजय कुमार उर्फ विज्जू पुत्र मोहन सिंह गहलोत के रूप में की।
पुलिस ने मृतक के घर पर जांच की। उसके घर के ड्राइंग रूम की छत पर खून के छींटे दिखे तो पुलिस को लग गया कि उसका कत्ल यहीं हुआ है। इस पर पूरे घर का निरीक्षण किया तो कई स्थानों पर खून मिला। इस पर पुलिस ने उसकी पत्नी से पूछताछ की। पुलिस की लगातार पूछताछ के बाद उसकी पत्नी मोना ने बताया कि रेगरान छोटावास निवासी दिनेश पुत्र माणक चंद साहु के साथ छह महीने से अफेयर था। दोनों शादी करना चाहते थे। इसलिए इन दोनों ने विजय को रास्ते से हटाने की ठानी।
पुलिस को दी गई जानकारी के अनुसार विजय सोमवार रात करीब 9 बजे शराब पीकर घर आया और ड्राइंगरूम में सो गया। रात को 10 बजे दिनेश अपने साथ एक हथोड़ा लेकर आया। उसने ड्राइंगरूम में सो रहे विजय के सिर पर हथोडा मारा जिससे विजय घायल हो गया। वह मरा नहीं था, इस पर दिनेश ने मोना से चाकू मंगवाकर दो बार विजय के गले पर वार किया। जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद विजय कार लेकर आया और विजय का शव ले जाकर हाइवे पर फेंक दिया।
यह मौत हादसे के कारण हुई लगे इस कारण विजय के शव पर शराब का पव्वा उडेल दिया और पव्वा पास में ही फेंक दिया। इस हत्या का दुर्घटना का रूप देने के लिए जैसे ही दिनेश विजय की मोटरसाइकिल लेकर वापस हाइवे पर लौटा वहां पर पुलिस पहुंच गई थी। पुलिस को देख वह भाग गया। इस मोना हत्या के बाद विजय के घर वालों को उसके घर पर नहीं आने की बात कहकर अपने पीहर निकल गई थी।