कोलकाता। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘सत्ता से हटाने’ का आह्वान करने तथा उनपर सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने का आरोप लगाने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की शनिवार को तीखी आलोचना की।
जावड़ेकर ने यहां एक कार्यक्रम से इतर कहा कि मोदी जी को सत्ता से हटाने का उनका अभियान..हर व्यक्ति दिवास्वप्न देख सकता है, लेकिन वह साकार नहीं होने जा रहा। जो एकता अस्तित्व में ही नहीं है, वह हमें चुनौती नहीं दे सकती। मोदी गरीबों, समाज के हर तबकों से जुड़े हैं। दिन ब दिन हम मजबूत हो रहे हैं।
शुक्रवार को शहीद दिवस के दिन तृणमूल कांग्रेस की एक रैली में ममता बनर्जी ने केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर व्यापक भ्रष्टाचार में लिप्त होने तथा हर मोर्चे पर विफल होने का आरोप लगाया था। उन्होंने अगले आम चुनाव में भाजपा को सत्ता से बाहर करने का संकल्प लिया था।
जावड़ेकर ने कहा कि ममता का भाषण उनकी ‘निराशा’ का परिचायक है। उनकी हताशा और निराशा स्पष्ट है। उनका एकमात्र एजेंडा है भाजपा व मोदी के खिलाफ बोलना। जनता हमारे साथ है। यहां तक कि बंगाल में लोग आ रहे हैं और भाजपा से बातचीत कर रहे हैं। उनकी चिंता का मूल कारण यह है, जो कल सबके सामने आ गया।
जावड़ेकर ने कहा कि मैं इस बात से उत्साहित हूं कि ममता तथा कम्युनिस्टों के शासन में बहुत ज्यादा अंतर नहीं है, क्योंकि दोनों ही वास्तव में राज्य को विकसित करना नहीं चाहते। वे केवल गरीबी को बढ़ावा दे रहे हैं न कि खुशहाली को। उन्होंने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी सांप्रदायिक तनाव का माहौल कायम कर रही हैं।
मंत्री ने कहा कि यह उनकी राजनीति का चिंताजनक पहलू है, खासकर पिछले कुछ महीनों के दौरान। वह समाज को बांट रही हैं, समुदायों को बांट रही हैं। यह अस्वीकार्य है। सांप्रदायिक सौहार्द्र लोकतंत्र का मूल तत्व है, जिसे बिगाड़ा जा रहा है।