कोलकाता। नोटबंदी के खिलाफ शुरू से ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ मुखर रहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के तेवर और अधिक आक्रामक होते जा रहे हैं।
रविवार को प्रधानमंत्री की तरफ से चिटफंड को लेकर की गई टिप्पणियों से क्षुब्ध ममता ने सोमवार को राज्य सचिवालय नवान्न में प्रधानमंत्री पर फिर से हमला बोला।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम देशवासियों को धमकाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने कभी किसी प्रधानमंत्री को इस तरह से विरोधियों को राजनीतिक धमकी देते नहीं देखा।
ममता ने कहा कि प्रधानमंत्री पद पर आसीन व्यक्ति को और अधिक संयत और परिपक्व होना चाहिये। उन्होंने आरोप लगाया कि नोटबंदी के पीछे पीएम का कोई गुप्त एजेंडा है जो लोगों के सामने आना चाहिए।
सीएम ममता ने तल्ख लहजे में कहा कि लोगों को बहुत परेशानी हो रही है। अतः प्रधानमंत्री अपने इगो से बाहर निकल कर इस पर लगाम लगाएं।
ममता ने पीएम को संबोधित करते हए कहा कि आखिरी बार कह रही हूं। इस समस्या का समाधान कीजिये। सर्वदलीय बैठक बुलाइए। आग से मत खेलिए। पीएम की तरह आचरण कीजिए।
कोई सत्ता का दुरुपयोग कर देश को बेच देगा, यह मैं कतई बर्दाश्त नहीं करूंगी। मुझे धमकी देने से कोई लाभ नहीं होगा। जेल भेजे जाने पर भी अपना प्रतिवाद जारी रखूंगी।
पीएम के आगरा भाषण में चिटफंड को लेकर लगाए गए आरोपों को निराधार बताते हुए ममता ने कहा कि उनकी सरकार के कार्यकाल में किसी प्रकार की अनियमितता नहीं हुई। जो घोटाले हुए, वे वाम मोर्चा के कार्यकाल में हुए।
उन्होेंने कहा कि नोटबंदी के मुद्दे पर भाजपा विरोधी सभी दलों को एकजुट करने का उनका प्रयास जारी रहेगा। ममता ने कहा कि वे मंगलवार को दिल्ली जा रही हैं। वे 23 से 25 नवम्बर तक दिल्ली में रहेंगी। 29 को ममता लखनऊ जाएंगी। उसके बाद बिहार जाने का भी उनका कार्यक्रम है।
बिहार के बाद ममता पंजाब का भी दौरा कर सकती हैं। गौरतलब है कि रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के आगरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ममता का नाम लिए बगैर चिटफंड को लेकर उन पर तीखे प्रहार किए थे।