सीकर। कानून की पालना हो अथवा बयान उगलवाने हो, सीकर पुलिस की बेरहमी से एक युवक जहां अपनी जांन गंवा बैठा वहीं दूसरा जिन्दगी और मौत से जंग लड़ रहा है।
घटनाक्रम के अनुसार जिले के श्रीमाधोपुर थानान्तर्गत नांगल नाथूसर ग्राम में 70 लाख की चोरी के मामले में नयाबास पुलिस थाना नीमकाथाना सीकर निवासी बुलकेश मीणा को श्रीमाधोपुर पुलिस ने हिरासत में लिया था।
पुलिस अधिकारियों की ओर से सख्ती से की गई पूछताछ के दौरान आरोपी ही हालत खराब होने पर उसे निकटवर्ती राजकीय चिकित्सालय ले जाया गया जहां से उसे जयपुर रैफर कर दिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार देर रात उपचार के दौरान आरोपी बुलकेश की एसएमएस अस्पताल जयपुर में मृत्यु हो गई।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि रींगस के वृताधिकारी की ओर से सोमवार को ही आरोपी को न्यायिक अभिरक्षा में भेजने के आदेश अपर मुख्य न्यायिक मजिसट्रेट श्रीमाधोपुर से प्राप्त कर लिए थे।
यह आदेश वृताधिकारी पुलिस रींगस के लिखित आवेदन पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमाधोपुर की ओर से जारी पत्र के आधार पर जयपुर के संबधित न्यायिक मजिस्ट्रेट की ओर से एसएमएस अस्पताल जयपुर में उपचाराधीन बुलकेश की मृत्यु पूर्व लिए बयानों के आधार पर जारी किए गए बताए।
जानकार कानूनविज्ञों का कहना है कि सीकर पुलिस ने यह समूची कार्रवाई अपनी लाज बचाने के लिए की है ताकि पुलिस हिरासत में मृत्यु के आरोप से बचा जा सके।
आरोपी बुलकेश की अस्पताल में मृत्यु की सूचना के साथ ही मीणा समाज के आक्रोश फैल गया। समाज के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश मीणा तथा मृतक के ग्राम के सरपंच राजेश सहित बड़ी संख्यां में लोगों ने मंगलवार को जयपुर में एसएमएस अस्पताल में प्रदर्शन आरंभ कर शव लेने से इंकार कर दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदर्शनकारी जिले के नीमकाथाना पुलिस थानाधिकारी नवल किशोर, अपराध शाखा सीकर प्रभारी कमलपुरी, श्रीमाधोपुर पुलिस थानाधिकारी चन्द्रपाल सहित आठ पुलिसकर्मियों के विरूद्ध हत्या का ममला दर्ज कर जांच की मांग कर रहे हैं।
पुलिस की अमानवीय कार्रवाई को लेकर जिले में आमजन की ओर से विराध जताया जा रहा है वहीं जिले के पुलिस अधिकारी अपने बचाव की जुगत में बताए जा रहे है।
दूसरी घटना मोटरसाईकिल के कागजात की जांच को लेकर सीकर जिले के थोई कस्बे की है। थोई पुलिस थाना पुलिस की ओर से रविवार को थोई कस्बे में तुलसीराम को रोक कर उससे मोटरसाईकिल के कागजात मांगे। तुलसीराम की ओर से कागजात अपने घर से मंगवाकर देने की बात पर मौके पर उपस्थित पुलिस कर्मी उसे पकड़ कर थाने ले गए।
कुछ देर बाद तुलसीराम को थाने से घायल अवस्था में अजीतगढ़ के राजकीय अस्पताल ले जाया गया जहां से उसे गंभीर घायल अवस्था में जयपुर रैफर कर दिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार थोई पुलिस थाने से गंभीर घायल अवस्था में जयपुर में उपचाराधीन तुलसीराम अपने नए मकान के नांगल समारोह के आमंत्रण पत्र बांटने के दौरान पुलिस के हत्थे चढ़ गया था और आज मौत और जिन्दगी की जंग से जूझ रहा है।