मुंबई। न्याय व्यवस्था को लेकर लोगों के मन में व्याप्त भ्रांतियों को झुठलाते हुए उस्मानाबाद के कलंब न्यायालय ने महज छह दिनों में बलात्कारी को दो साल की कठोर कारावास व पांच हजार रुपये जुर्माने की सजा सुना दी।
उस्मानाबाद जिले में टाटा सामाजिक संस्था में काम करने के लिए मिजोरम व मणिपुर की लड़कियां आई है। ये लड़कियां फील्ड वर्क के लिए कलंब गई थी, वहीं संतोष लिंकने की नीयत इनमें से एक लड़की को देखकर खराब हो गई।
उसने वहीं रिक्शे में लड़की के साथ बलात्कार करने का प्रयास किया, लेकिन स्थानीय लोगों की वजह से लड़की बच गई। स्थानीय नागरिकों ने संतोष को भला बुरा कहकर छोड़ दिया। लेकिन संतोष लड़कियों का पीछा करते हुए पर्याय संस्था परिसर में पहुंचा और मौका देखते ही लड़की के साथ बलात्कार किया।
इस घटना में लड़की ने हिम्मत से काम लेते हुए संतोष को पकड़ लिया और उसे पुलिस स्टेशन ले गई और मामला दर्ज करवाया। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए न्यायालय में नौ गवाहों की गवाही दर्ज कर फास्टट्रैक कोर्ट चलाते हुए छह कार्य दिवस में ही सजा सुना दी।
कोर्ट ने सारी सुनवाई संवैधानिक तरीके से पूरा करते हुए जिस तरह आरोपी को सजा सुनाई है, यह स्थानीय लोगों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग अब इसी तरह की सुनवाई की मांग करने लगे हैं।