भुवनेश्वर। ओडिशा के मलकानगिरी जिले में एक आदिवासी ने अपनी बीमार पत्नी को दवा एवं उपचार मुहैया कराने के लिए अपने दो माह के नवजात बच्चे को एक महिला के हाथों 1000 रुपए में बेच दिया।
जिला बाल संरक्षण अधिकारी नारायण दास ने शनिवार को बताया कि कोरकुंडा प्रखंड के चित्तपल्ली निवासी सुकुरा मुंडुली और उसकी पत्नी धुमुसी मुंडुली ने अपने बेटे को एक एएसएचए (एक्रिडिटेड सोशल हेल्थ एक्टिविस्ट) कार्यकर्ता के हाथों फरवरी 2015 में बेच दिया।
उन्होंने कहा कि सूचना मिलने के बाद उनके विभाग ने शनिवार को एक जांच की और पाया कि बच्चे को एएसएचए कार्यकर्ता को दिया गया।
दास ने कहा कि जांच के बाद हमने पाया कि पेड़ों की कटाई कर गुजारा चलाने वाले सुकुरा ने अपने बच्चे को एएसएचए कार्यकर्ता को सौंप दिया। उसकी पत्नी मानसिक रूप से अस्थिर है। आदिवासी पुरुष ने बच्चे को बेचे जाने से इंकार किया।
उन्होंने बताया कि एसएसएचए कार्यकर्ता ने दंपती को 1000 रुपए का भुगतान किया और बच्चा अभी कार्यकर्ता के अधिकार में है।