कानपुर। बेटा नहीं होने पर पति ने परिजनों के साथ मिलकर पत्नी को जिन्दा जलाने का प्रयास किया।
पीडि़ता किसी तरह से ससुरालियों के चुंगल से छूटकर मायके पहुंची और आपबीती परिजनों बयां की। जिस पर मायके पक्ष ने नौबस्ता थाने में आरोपियों के खिलाफ दहेज उत्पीडऩ व प्रताडि़त किए जाने की तहरीर दी है।
दरअसल बर्रा थाना क्षेत्र के बर्रा आठ में रहने वाले देवेन्द्र गुप्ता ने बड़े ही अरमानों से अपनी बड़ी बेटी नीशा की शादी नरायणपुर निवासी अवनीश गुप्ता 2009 में की थी। देवेन्द्र ने बताया कि शादी के बाद दम्पति के एक बेटी हुई है। जिस पर ससुरालियों ने काफी नाराजगी जताई और बहु के खोक से बेटे के जन्म नहीं होने पर प्रताडि़त करने लगे।
इसकी शिकायत बेटी ने मायके पक्ष से पिता को फोन के जरिए दी थी। मामले की गंभीरता को समझते हुए मायके पक्ष ने दामाद से ससुरालियों से बातचीत की। जहां दोनों परिवार में समझौता हो गया।
रविवार की सुबह पीडि़ता रोते-बिलखते हुए अपने घर पहुंची और पिता को बताया कि पति अवनीश व ससुरालियों ने उसे मिट्टी का तेल डालकर जलाने का प्रयास किया है। बेटी की इस हालत को देखकर मायके पक्ष फौरन उसे नौबस्ता थाने लेकर पहुंचे।
पीडि़ता ने थानाध्यक्ष राजदेव प्रजापति को बताया कि बेटा जन्म नहीं देने पर ससुरालियों ने उसके साथ मारपीट की है और आग लगाने का प्रयास भी किया है। थानाध्यक्ष ने पीडि़ता की फरियाद सुनी और तहरीर ले ली। एसओ ने बताया कि मायके पक्ष के तहरीर के आधार पर अवनीश व उसके परिवार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है। दोषी पाए जाने पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।