वापी। कोचरवा में 23 अक्टूबर की रात को रुपए के लालच में एक व्यक्ति ने अपने ही दोस्त की हत्या कर दी। हत्या करने के बाद रुपए और मोबाइल लेकर फरार आरोपी को पुलिस ने आखिरकार काल डिटेल के आधार पर गिरफ्तार कर लिया।…
जानकारी के मुताबिक 24 अक्टूबर की सुबह कोचरवा गांव में नहर किनारे चिमन पटेल की चाल में रहने वाले सुखदेव कोरी का शव उसके कमरे में मिला था। पुलिस ने मृतक सुखदेव कोरी के मोबाइल नंबर की डिटेल निकालकर जांच शुरु की तो घटना वाली रात सत्यनारायण विश्वकर्मा के नंबर से बात होने की जानकारी सामने आई। शंका के आधार पर पुलिस ने सत्यनारायण को गिरफ्त में लेकर पूछताछ की तो उसने हत्या की बात कबूल करते हुए बताया कि रुपए की लालच में यह अपराध किया है।
खुशी में शामिल करना पड़ा महंगा
पुलिस जांच में सामने आया कि एक पेपरमिल में काम करने वाले सुखदेव को वेतन और बोनस मिलाकर करीब 20 हजार रुपए मिले थे। इसकी खुशी में उसने कोचरवा में ही नरेश पटेल की चाल में रहने वाले सत्यनारायण विश्वकर्मा को दीपावली वाली रात अपने घर शराब पार्टी का न्योता दिया। सुखदेव अकेला रहता था, लिहाजा शराब पार्टी का निमंत्रण पाते ही सत्यनाराण के दिमाग में हत्या का विचार आया।
कारनामे को अंजाम देने के लिए आरोपी ने पूरी योजना बनाई और उसके घर जाते समय कोल्डड्रिंक की बोतल ले ली। सुखदेव के घर पहुंचकर उसने अपने गिलास में कोल्डड्रिंक ज्यादा डाली और सुखदेव को ज्यादा शराब पिलाई। शराब पीकर जब सुखदेव नशे में चूर हो गया तो उसका गला रेत दिया।
15 रुपए के चाकू से ली जान
पुलिस जांच में सामने आया है कि सुखदेव के घर जाने से पूर्व उसने कोचरवा में दुकानदार रमेश पटेल की दुकान से 15 रुपए का सब्जी काटने वाला चाकू खरीदा था। उसी चाकू से उसने सुखदेव की जान ली। पुलिस ने बताया कि हत्या वाली वाली रात उसने शाम सात बजे से रात नौ बजे के बीच चार बार फोन किया था।