वाराणसी। लगभग डेढ़ माह तक नाइजीरिया के समुद्री डाकुओं के कैद में रहे काशी का युवक और इंजीनियर संतोष कुमार भारद्वाज बुधवार को रिहा कर लिया गया। खुद इसकी जानकारी विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर दी।
संतोष के रिहाई की खबर पाकर उसके परिजनों के खुशी से आंसु छलक पड़े। जब पड़ोसियों और रिश्तेदारों को इसकी जानकारी हुई तो मंडुवाडीह कंचनपुर स्थित सन्तोष के आवास पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।
संतोष की पत्नी कंचन पिता वीरेन्द्र प्रसाद ठाकुर व मां निर्मला ठाकुर बेटी चारू लोगों बधाई स्वीकार कर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का दिल से आभार जताते रहे।
बतादें, सिंगापुर की शिपिग कंपनी में संतोष कार्य करता है। इंजीनियर पद सन्तोष की पोस्टिंग नाइजीरिया में हो गई। गत 26 मार्च को संतोष के घर फोन आया जिसमें बताया गया कि समुद्री लुटेरों ने संतोष के शिप को रोक कर पांच लोगों का अपहरण कर लिया है, जिसमें संतोष भी शामिल है।
यह सूचना पाते ही परिजनो की जान हलक में आ गई। परिजनों को डर था कि समुद्री डकैत संतोष को मार न दे। परिजनों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय कार्यालय से लेकर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मदद की गुहार लगाई।
इसके बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का अथक प्रयास रंग लाया और संतोष को समुद्री डकैतों के चंगुल से मुक्त करा लिया गया। उन्होंने बताया कि संतोष आबुधाबी पहुंच चुके हैं और दो तीन दिन में घर आ जाएंगे।