झांसी। मायके पक्ष के लोगों ने एक लाख रूपए न देने के एवज में रीता को जलाकर मार डालने का आरोप लगाया है।
वही ससुराल के लोगों का कहना है कि वह खुद अपने आप से आत्महत्या करना चाहती थी, इसीलिए खुद उसने अपने आप को आग के हवाले किया। इसकी सूचना पुलिस को दी गई है।
उल्दन की रहने वाली रीता की शादी एक वर्ष पूर्व टीकमगढ़ के थाना दिगौड़ा के ग्राम रतनगुवां में रहने वाले ज्ञानचंद से हुई थी।
रीता के पिता मुन्नालाल के अनुसार उसकी ससुराल वाले आए दिन उससे दहेज में रुपयोंकी मांग करते थे। गत 5 दिसंबर को रीता की ननद की शादी थी। इस शादी में खर्चे के लिए ससुराल वालों ने रीता से एक लाख रुपए मायके से लाने को कहा।
रीता की हालत देख मुन्नालाल ने पचास हजार रुपए का इंतजाम करके उसे दे दिए। मगर ससुराल वाले फिर एक लाख रुपए की मांग करने लगे। मांग पूरी नहीं हुई तो उसकी मारपीट की गई।
ननद की शादी के बाद किसी ने मुन्नालाल को जानकारी दी कि बीते रोज रीता आग से झुलस गई है और गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज में भर्ती है। वह मेडिकल कॉलेज पहुंचा तो रीता ने बताया कि उसे ससुराल वालों ने रुपए न मिलने पर जला दिया है।
जबकि ससुराल वालों का कहना था कि रीता ने स्वयं आग लगाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया है। सच्चाई जो भी हो, बुधवार को उपचार के दौरान रीता की मौत हो गई। इसकी सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा भरा और उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।