नई दिल्ली। बिना डिक्की वाली प्रीमियम हैचबैक कारों के बाजार में अपनी अग्रणी स्थिति बनाने के इरादे के साथ मारुति सुजूकी इंडिया एमएसआई ने त्योहारों के इस मौसम में सोमवार को बाजार में बलेनो हैचबैक पेश की जिसकी कीमत दिल्ली में 4.99 रुपए से 8.11 लाख रुपए के दायरे में है।
इस नई पेशकश के साथ कंपनी ने हैचबैक कारों के प्रीमियम खंड में हुंदै-आई20, होंंडा-जाज और फाक्सवैगन-पोलो को टक्कर देगी जिनकी कीमतें 5.34-8.63 लाख रुपए के दायरे में है।
कंपनी ने उन्नत तकनीक और नई खूबियों से लैस हैच बैक को जापान सहित 100 देशों के बेचने की योजना बनाई है। एमएसआई के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी केनीची आयुकावा ने अपनी इस नई पेशकश के अवसर पर कहा कि बलेनो वास्तविक रूप से वैश्विक माडल है। यह न कवेल भारत बल्कि पूरी दुनिया में हमारे ग्राहों को संतुष्ट करेगा।
उन्होंने कहा कि इस माडल में डिजाइन की बारीकी और प्रौद्योगिकी की खूबियां शामिल की गई है। उन्होंने कहा कि तयोहारों का मौसम आ चुका है और यह बलेनो पेश करने का सही अवसर है। हमें 2020 तक सालाना 20 लाख कारें बेचने के अपने लक्ष्य को हासिल करने के मिशन में यह एक महत्वपूर्ण माडल है।
उन्होंने कहा कि मुझे यह कहते हुए खुशी है कि यह माडल भारत से जापान में निर्यात किया जाएगा और इस तरह यह एमएसआई के इतिहास में एक नया अध्याय खोलने जा रहा है।
आयुकावा ने कहा कि इस माडल को 100 देशों में बेचने की योजना है। इसका निर्यात अगले साल के शुरू से चालू हो जाएगा। पहले साल इस माडल की 50,000 कारों का निर्यात होने की उम्मीद है जिनमें 6,000 कारें जापान जा सकती है। उन्होंने बताया कि बलेनो हैचबैक की 2,500 बुकिंग मिल चुकी है।
यह वाहन कंपनी के मानेसर हरियाणा संयंत्र में बनाया जाएगा। बताया जा रहा है कि मारुति और इसके भागीदारों ने इस माडल के विकास पर 1060 करोड़ रुपए का निवेश किया है। एस क्रास के बाद नेक्सा बांड शोरूम का यह दूसरा माडल है। इसमें मनोरंजन के लिए एपल का कारप्ले लगा है। एपल की इस प्रणाली वाली यह देश की पहली कार है।
पेट्रोल संस्करण की बलेनों का औसत 21.4 किलो मीटर प्रति लीटर तथा डीजल संस्करण का 27.39 किलो मीटर प्रति लीटर है। नई बलेनों का पेट्रोल के अलग अलग संस्करण 4.99-7.01 लाख रुपए तथा डीजल संस्करण 6.16 लाख से 8.11 लाख रुपए के बीच के हैं।
इसी तरह पेट्रोल इंजन वाला आटोमैटिक संस्करण 6.76 लाख रुपए का जिसमें सपाट बदलने वाला ट्रांसमिशन सीबीटी लगा है। देश में इसे ‘नेक्सा’ ब्रांड के तहत शुरू की गई शो-रम की नई श्रृंखला के जरिए बेचा जाएगा।
मारुति सुजूकी इंडिया के कार्यकारी निदेशक विपणन एवं बिक्री आरएस कलसी ने कहा कि हम धीरे धीरे इस खंड में अग्रणी स्थिति हासिल करने का लक्ष्य रखते हैं। हमें उम्मीद है कि यह माडल अपने खंड में सबसे उपर होगा क्योंकि इसमें इसकी खूबियां भरी हैं।
नेक्स शोरम 80 तक पहुंच गए हैं। आयुकावा ने कहा कि इस साल के अंत तक यह संख्या 100 तक पहुंच जाएगी। इन शोरूम से अबतक 12,000 एस-क्रॉस माडल की बिक्री हो चुकी है।
एमएसआई ने मध्यम दर्जे की सेडान बलेनो का उत्पादन 2006 में बंद कर दिया था और उसकी जगह एसएक्स4 माडल पेश किया था। प्रीमियम काम्पैक्ट कारों का बाजार देश के कुल बाजार के 20 प्रतिशत के बराबर है। देश में हर वर्ष पांच-सवा पांच लाख से अधिक काम्पैक्ट कारें हर साल बिकती हैं।