जयपुर। मानसिक विकार काम, क्रोध, लोभ, मोह आदि से बचाकर नर से नारायण तक पहुंचने की श्रेष्ठ सीढी योग है। योग से शरीर के अन्दर व बाहरी कीटाणुओं एवं रोगाणुओं का नाश होता है। सूर्यनमस्कार ही आसन, प्राणायम सहित अष्टांग योगिक क्रियाओं का महत्वपूर्ण सार है।
योग के सम्पूर्ण निचोड के रूप में सहज सुलभ सूर्य नमस्कार की पद्वति आज विश्व भर में लोकप्रिय हो रही है। कार्यक्रम संयोजक रामानन्द चौधरी ने बताया की इसी क्रम में क्रीडा भारती द्वारा सूर्यरथ सप्तमी के अवसर पर 13 से 15 फरवरी तक सामूहिक सूर्य नमस्कार कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा हैै।
सूरज मैदान (राजापार्क) में मुख्य कार्यक्रम
सूर्यरथ सप्तमी पर क्रीडा भारती द्वारा अनेक स्थानो पर सामूहिक सूर्य नमस्कार का आयोजन किया होगा। मुख्य कार्यक्रम सूरज मैदान (राजापार्क) में होगा सुबह 9 बजे से होगा।
सूर्यरथ सप्तमी पर आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय खिलाडियों सहित विभिन्न विद्यालयों एवं महाविद्यालयों के विद्यार्थियों के साथ क्रीडा भारती के अध्यक्ष गोपाल सैनी, ओलम्पीयन धावक, वालीबॉल संघ के राष्ट्रीय सचिव रामावतार जाखड, वालीबॉल खिलाडी मालती चौहान एवं रमा पाण्डे तथा हीरानन्द कटारिया जयपुर प्रान्त के अध्यक्ष उदयकान्त मिश्रा सम्मिलित होंगे।
राजस्थान में लाखों की संख्या में होगे सूर्य नमस्कार
सूर्यरथ सप्तमी पर राजस्थान में विभिन्न स्थानों पर लाखो विद्यार्थियों के साथ ही खिलाडी तथा समाज के बंधु स्थान स्थान पर सामूहिक सूर्यनमस्कार करेंगे। राज्य के 1500 विद्यालयों एवं महाविघालयों में इसके लिए क्रीडा भारती के कार्यकर्ताओ ने सम्पर्क कर सूर्य नमस्कार करने का प्रशिक्षण दिया है। इन विद्यालयों एवं महाविघालयों के प्रांगण में प्रार्थना के समय सूर्य नमस्कार करवाया जाएगा। सामूहिक सूर्य नमस्कार के इस कार्यक्रम में अनेक योग संस्थाओं का सहयोग एवं सहभाग प्राप्त होगा।