महासमुंद। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में शनिवार को चंडी मंदिर प्रांगण में गरीब परिवारों की 82 बेटियों ने वैवाहिक जीवन में प्रवेश किया। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच वर-वधुओं का विवाह सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर समारोह के मुख्य अतिथि लोकसभा क्षेत्र महासमुंद के सांसद चंदूलाल साहू ने नवदम्पत्यिों को सुखमय जीवन की कामना करते हुए आशीष दिया और नव दम्पत्तियों को गहने तथा उपहार सामाग्री और नगद राशि भेंट की।
विवाह समारोह में लोकसभा क्षेत्र महासमुंद के सांसद चंदूलाल साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने गरीब परिवारों में बेटियों के विवाह को लेकर चिन्ता दूर करने के मद्देनजर इस योजना की शुरूआत की है। उन्होंने कहा कि गरीब परिवारों की बेटियों का विवाह इस योजना के जरिए पूरे सम्मान के साथ किए जा रहे है।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए संसदीय सचिव महिला एवं बाल विकास विभाग रूपकुमारी चौधरी, छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण एवं अन्य पिछड़ा वर्ग क्षेत्र विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष चुन्नीलाल साहू, जिला पंचायत अध्यक्ष अनिता पटेल ने भी नव विवाहित दम्पत्तियों को अपनी बधाई एवं शुभकामनाएं दी और उपहार सामाग्री भेंट की।
नव विवाहित दम्पत्तियों को चंडी मंदिर घुंचापाली समिति की ओर से श्रीफल एवं साड़ी भेंट कर सुखमय जीवन की कामना की गई। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में चंडी मंदिर प्रांगण में 82 जोड़ों का विवाह सम्पन्न हुआ इनमें महासमुंद शहरी परियोजना से 8 और ग्रामीण से 18, बागबाहरा से 13, सराईपाली से 20, बसना से 10, पिथौरा से 13 जोडे़ शामिल हैं।
कलेक्टर उमेश कुमार अग्रवाल ने बताया कि प्रत्येक जोड़ों के विवाह पर 15 हजार रूपए की राशि व्यय की जाती है। इनमें ढ़ाई हजार रूपए विवाह के आायोजन पर, ढाई हजार रूपए गहने तथा वर वधु के श्रृंगार एवं कपड़ों पर व्यय की जाती है तथा नौ हजार रूपए की उपहार सामाग्री दी जाती हैं एवं एक हजार रूपए का ड्राफ्ट दिया गया है। मंदिर के बाहर प्रवेश द्वार से 82 दूल्हों की बारात लगभग दो बजे गाजे-बाजे के साथ निकली।
परम्परागत परिधानों में सजे धजे दूल्हों का स्वागत विवाह मंडल के पास कलेक्टर उमेश कुमार अग्रवाल, अपर कलेक्टर ओंकार यदु और अनुविभागीय अधिकारी राजस्व अभिषेक अग्रवाल ने बारात की अगवानी की।
नव विवाहित दम्पत्यिों को पर्यावरण मित्र और स्वच्छता अभियान के नवरतन सदस्य विश्वनाथ पाणीग्रही ने जामुन के वृक्ष उपहार स्वरूप दिया। उन्होंने बताया कि जामुन का वृक्ष सदैव हरा भरा रहता है। नव दम्पत्तियों का जीवन भी सदा हरा भरा रहे इसलिए उन्हें जामुन के पौधे वितरित किए जा रहे। उन्होंने नव दम्पत्तियों से पर्यावरण की रक्षा के लिए भी आग्रह किया।