शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए भूस्खलन से छह वाहनों सहित एक मंदिर का कुछ हिस्सा मलबे में दफन हो गया। अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। इस बीच सोशल मीडिया पर भूस्खलन का वीडियो वायरल हो गया है।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि भट्टाकुफर के नजदीक मंदिर के पीछे पहाड़ी का एक हिस्सा धंसने से पत्थर गिरने लगे और राजमार्ग के किनारे खड़े छह वाहन इसकी जद में आ गए।
पुलिस उपाधीक्षक राजिंदर सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि तीन लोगों को घटनास्थल से बचाया गया है। पुलिस ने यातायात को संजौली की तरफ मोड़ दिया है। इस इलाके में पिछले तीन दिनों से भारी बारिश का दौर जारी है।
यह राजमार्ग प्रदेश के कई पर्यटन केंद्रों को जोड़ता है। इसमें कुफरी, नालधेरा, सेब क्षेत्र जुब्बल, नरकंडा, खड़ापाथर और समूचा किन्नौर जिला शामिल है।
मंडी जिले में 13 अगस्त को मिट्टी धंसने से 150 मीटर सड़क और तीन घर मलबे में तब्दील हो गए थे और दो बसें एवं मोटरसाइकिल भी नष्ट हो गए थे। इस हादसे में 46 लोगों की मौत हो गई थी।
राज्य में भारी बारिश की वजह से कई संपर्क मार्ग बंद पड़े हैं, जिसमें शिमला की भीतरी सड़कें, सिरमौर, मंडी, कांगड़ा और कुल्लू जिले शामिल हैं। इससे यातायात पर बुरी तरह असर पड़ा है।
एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि सतलुज, ब्यास और यमुना नदी के जलस्तर में वृद्धि से इसकी सहायक नदियों में पानी भर गया है, जिससे बाढ़ की स्थिति बन गई है। मौसम विभाग ने कहा है कि रविवार तक प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है।