देहरादून। उत्तराखंड में भूस्खलन की एक बड़ी घटना के बाद चार धाम यात्रा पर गए हजारों तीर्थयात्री फंस गए हैं। भूस्खलन को 24 घंटे बीत चुके हैं, लेकिन ऋषिकेष-बद्रीनाथ मार्ग पर आवागमन अभी भी ठप है।
एक अधिकारी ने शनिवार को कहा कि सड़क पर आवागमन जल्द ही शुरू हो जाएगा और घटना में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कर्मी चौबीसों घंटे विष्णुप्रयाग के निकट हाथीपहाड़ मार्ग से मलबा हटाने के काम में लगे हुए हैं। अब तक लगभग 250 तीर्थयात्रियों को भूस्खलन वाले मार्ग से बाहर निकाला जा चुका है।
मार्ग के दोनों ओर फंसे हजारों तीर्थयात्रियों को विभिन्न जगहों पर ठहरने के लिए और उनसे बाहर नहीं निकलने के लिए कहा गया है।
प्राकृतिक आपदा विभाग के सचिव ने कहा कि सभी लोग सुरक्षित हैं और चिंता करने की कोई बात नहीं है। अधिकारियों ने कहा कि मार्ग के दोनों तरफ खाने तथा ठहरने की व्यवस्था की गई है।
उत्तराखंड सरकार ने तीर्थयात्रियों के परिजनों के लिए हेल्पलाइन संख्या जारी किए हैं, ताकि वे तीर्थयात्रा पर आए अपने प्रियजनों की खोज-खबर ले सकें।