जम्मू। अलगाववादियों द्वारा कश्मीर घाटी में दी गई बंद की काल के दौरान हुर्रियत कांफ्रेंस के नरमपंथी धड़े के अध्यक्ष मीर वाइज मौलवी उमर फारुक को नजरबंद किया गया था जिन्हे मुक्त कर दिया गया जबकि जबकि हुर्रियत के कट्टरपंथी धड़े के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी अभी भी नजरबंद हैं।
वहीं जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के प्रमुख यासिन मलिक हिरासत में हैं। फारुक को शुक्रवार को श्रीनगर स्थित भारत-पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक (यूएनएमओजीआईपी) कार्यालय तक रैली की अगुवाई करने से रोकने के लिये नजरबंद किया गया था जिसे आज हटा लिया गया।
हुर्रियत के दोनों धड़ों और जेकेएलएफ ने कश्मीर मुद्दे के समाधान और जेकेएलएफ के संस्थापक मोहम्मद मकबूल भट तथा संसद हमले के दोषी फांसी पर चढ़ाये गये अफजल गुरु के शवों को सुपुर्द किए जाने की मांग को लेकर यून मार्च में शामिल होने के लिये लोगों से अपील की थी।
प्रशासन ने कश्मीर घाटी में पिछले तीन दिनों से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था करते हुए बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात किए हुए हैं। इस दौरान कश्मीर घाटी तीसरे दिन भी बंद रही। दुकाने, यातायात, व्यापारिक प्रतिष्ठान, स्कूल-कालेजबंद रहे जबकि सरकारी कार्यालयों में भी हाजरी कुछ कम रही।