वाराणसी। भोजपुरी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल कराने के लिए मॉरीशस भी आगे आ गया है। शहर में 29 दिसम्बर से एक जनवरी के बीच आयोजित विश्व भोजपुरी सम्मेलन में इसका शंखनाद होगा।
सम्मेलन में दुनिया भर के भोजपुरी भाषी इसमें भाग लेंगे। मंगलवार को यह जानकारी भारत स्थित मॉरीशस के उच्चायुक्त जगदीश गोवर्द्धन और सम्मेलन के संयोजक डॉ. अशोक सिंह ने संयुक्त रूप से मीडिया को दी।
उच्चायुक्त गोवर्धन ने बताया कि सम्मेलन में मॉरीशस के प्रधानमंत्री अनिरुद्ध जगन्नाथ, सदी के महानायक अमिताभ बच्चन, यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, फिल्म स्टार शत्रुघ्न सिन्हा, भोजपुरी सुपर स्टार सांसद मनोज तिवारी समेत 25 लोगों को भोजपुरी सम्मान दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस उत्सव में विश्व भोजपुरी रत्न और विश्व भोजपुरी कर्मयोगी जैसे सम्मान से भोजपुरी भाषा के उत्थान के लिए समर्पित लोगों को समानित किया जाएगा।
सम्मान पाने वालों में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह मालिनी अवस्थी और काशी के अंतर्राष्ट्रीय तबला वादक अशोक पांडेय शामिल हैं।
बताया कि मॉरीशस में भोजपुरी भाषा के संरक्षण की दिशा में काफी काम हुआ है। भोजपुरी के विकास और इतिहास के लिए काशी में एक म्यूज़ियम बनाने पर भी विचार किया जाएगा।
मारीशस के उच्चायुक्त ने बताया कि आज से करीब 108 वर्ष पूर्व गिरमिटिया मज़दूरों का जत्था कोलकाता से पानी के जहाज से मारीशस और वहां से साऊथ अफ्रीका, नीदरलैंड, फीजी, सूरीनाम, म्यामार, जमैका, नेपाल, गुयाना, टोबैगो, त्रिनिडाड सहित कई देशों में गया था।
गिरमिटिया मज़दूरों का पहला जत्था 2 नवम्बर को मॉरीशस पहुंचा था। हम उसी दिन प्रवासी महोत्सव भारतीय घाट पर हर वर्ष मनाते है। इस बार हम यह सम्मलेन विश्व स्तर का शुरू कर रहे है। जिसमे देरी हो गई है अगले साल हम इसे 2 नवंबर को ही करेंगे।
इस सम्मलेन में मारीशस की तरह भोजपुरी माई की मूर्ति लगवाने और काशी में भोजपुरी धाम की स्थापना की भी चर्चा होगी। बताया कि इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार से बात चल रही है। धाम में लाइब्रेरी, म्यूजियम और गेस्ट हाउस भी बनाने की योजना है।