आबूरोड। आर्थिक विकास के साथ सामाजिक और बौद्धिक विकास के लिए मीडिया को पहल करनी चाहिए। समाज में अनेक प्रकार की चुनौतियां विद्यमान है। ऐसे में मीडिया को समाज में साहस और संवेदना का वाहक बनने का प्रयास करना चाहिए। उक्त उदगार प्रधानमंत्री वित्तीय काउन्सिल के वित्त सलाहकार बासवराज पाटिल ने व्यक्त किये। वे ब्रह्माकुमारीज संस्था के शांतिवन में पत्रकारों के लिए आयोजित तीन दिवसीय सम्म्मेलन के उदघाटन अवसर पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि हम लोग भौतिक विकास की ओर भाग रहे हैं जबकि इसका परिणाम दूरगामी न होकर अल्पकालिक होता जा रहा है। इसके दुष्परिणाम के रूप में मानव सभ्यता समाप्ति के रूप में मिल रही है। मूल्यों का पतन जितना तेजी से हो रहा है उससे समाज के अस्तित्व पर ही खतरा मंडराने लगा है। ब्रह्माकुमारीज संस्थान का यह प्रयास निश्चित तौर पर एक सकारात्मक परिणाम लायेगा।
कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारीज संस्था की संयुक्त मुख्य प्रशासिका दादी रतनमोहिनी ने कहा है कि मीडिया सामाजिक परिवर्तन में हमेशा सहायक रहा है। वर्तमान परिवेश में भी यह लोगों की सोच, नजरिया, विचारों को प्रभावित करने में सक्षम है। मीडिया कर्मियों सहित सभी वर्गों को ये समझना होगा कि शान्ति मनुष्य का मूल स्वभाव है। व्यर्थ की बातों पर ध्यान नही देंगे तो तनाव से बचना और कार्य क्षेत्र में शान्ति लाना सम्भव होगा। दादी जी ने कहा कि सत्य और सदचरित्र अपनाने से शान्ति प्राप्त होगी। लोग हमारा अनुसरण करेंगे, हम में दूसरों में जागृति लाने की शक्ति विकसित होगी।
भारत सरकार के केन्द्रिय सूचना आयुक्त प्रो0 एम श्रीधर ने कहा कि पत्रकारिता के मापदण्ड बदलते जा रहे हैं। संवेदना मरती जा रही है। हाल की कुछ घटनाओं ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। संवेदनहीन होते समाज में मूल्यों की स्थापना के लिए प्रयास करना चाहिए। वर्तमान समय में मीडिया की विश्वसनीयता को बनाये रखने के लिए सकारात्मक पहल की जरूरत है।
प्रभाग के अध्यक्ष बीके करूणा ने कहा कि मेरा प्रयास है कि पत्रकारिता करने वाले लोगों में अन्दर आंतरिक तौर पर इतना मजबूत हो ताकि वे चुनौतियों से सामना कर सकें। इस अवसर पर भोपाल के वरिष्ठ पत्रकार प्रो कमल दीक्षित तथा राजस्थान विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो0 संजीव भानावत ने हिन्दी पत्रकारिता के क्षेत्र में अब बहुत कुछ करने की जरूरत है। इसलिए सभी को एकजुट होना होगा।
इस अवसर पर हैदराबाद की पूर्व विधायिका डा. एन.लक्ष्मी पार्वती, मीडिया प्रभाग के मुख्यालय संयोजक बीके शांतनु समेत कई लोगों ने अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम के प्रारम्भ में ब्रह्माकुमारी बहनों ने बैच व पुष्प गुच्छों द्वारा अतिथियों का स्वागत किया। बैंगलौर से आये शिव शक्ति संस्कृतिक अकादमी के बी.के. राजू व सहयोगी कलाकारों ने शिव अनादि है, शिव अनंत है शीर्षक नृत्य प्रस्तुत करके खूब प्रशंसा पायी।