जोधपुर। अपने ही गुरुकुल की नाबालिग छात्रा से यौन शोषण के आरोप में पिछले लंबे समय से जोधपुर जेल में बंद आसाराम की मंगलवार को महात्मा गांधी अस्पताल में मेडिकल बोर्ड से स्वास्थ्य जांच करवाई गई।
आसाराम के स्वास्थ्य की जांच के लिए उच्च न्यायालय के आदेश पर गत शुक्रवार को डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के छह चिकित्सकों का बोर्ड गठित किया गया था। जांच के लिए सोमवार सुबह पुलिस कड़ी सुरक्षा के बीच आसाराम को जेल से महात्मा गांधी अस्पताल लेकर पहुंची।
आसाराम ने जमानत के लिए एक बार फिर से याचिका दायर कर रखी है। इस बार उन्होंने अपनी बारह बीमारियों को आधार बनाकर उनका इलाज करवाने के लिए केरल जाने की इच्छा जताई और जमानत देने की गुहार लगाई।
हाईकोर्ट ने उनकी जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए वरिष्ठ चिकित्सकों के मेडिकल बोर्ड से उनकी जांच कर चार जुलाई तक रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया था। उस वक्त आसाराम के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए बोर्ड को कोई तारीख नहीं दी गई थी।
जेल प्रशासन की ओर से सूचना मिलने पर बोर्ड को आसाराम का स्वास्थ्य परीक्षण कर कोर्ट को रिपोर्ट पेश करनी थी। जेल प्रशासन ने मंगलवार को ये सूचना मेडिकल बोर्ड को दी। आसाराम को कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह महात्मा गांधी अस्पताल लाया गया।
आसाराम को आज सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे पुलिस एमजीएच लेकर पहुंची। वहां पहले से ही आसाराम के कई समर्थक मौजूद थे। आसाराम जैसे ही वज्र से उतरे और व्हील चेयर बैठे तो वहां मौजूद भीड़ को हाथ जोड़े।
अस्पताल परिसर के बाहर व अंदर आसाराम के समर्थकों की भीड़ जमा हो गई। उन्हें नियंत्रित करने के लिए पुलिस और आरएसी प्रशासन के जवानों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
फोरेंसिक मेडिसिन विभागाध्यक्ष व एमजीएच अधीक्षक डॉ. पीसी व्यास की अध्यक्षता में फिजीशियन डॉ. मनोज लाखोटिया, न्यूरोफिजीशियन डॉ. अमिता भार्गव, ऑर्थोपेडिक विभाग से डॉ. किशोर रायचंदानी, रेडियोथैरेपी से डॉ. प्रदीप गौड़ और यूरोलॉजी विभाग से डॉ. एम.के. छाबड़ा को बोर्ड में शामिल किया गया है।