नई दिल्ली। जम्मू एवं कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने घाटी में सुरक्षा की स्थिति पर चर्चा के लिए गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच यह मुलाकात हाल ही में अमरनाथ तीर्थयात्रियों पर हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर हुई है।
महबूबा ने मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि सोमवार रात को अमरनाथ तीर्थयात्रियों पर किया गया हमला ‘सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने’ के उद्देश्य से किया गया था। हमले में सात श्रद्धालुओं की जान चली गई थी।
महबूबा ने कहा कि हम कश्मीर में कानून और व्यवस्था की स्थिति के लिए नहीं लड़ रहे..जब तक पूरा देश और सभी राजनीतिक दल एकजुट नहीं होते, तब तक हम यह लड़ाई नहीं जीत सकते।
महबूबा ने घाटी में अशांति के लिए ‘बाहरी ताकतों’ को जिम्मेदार ठहराया और ‘कठिन समय में समर्थन’ देने के लिए गृहमंत्री को धन्यवाद भी दिया।
महबूबा ने कहा कि इस लड़ाई में बाहरी ताकतें शामिल हैं। घुसपैठ हो रही है और आतंकवादी घुस रहे हैं। वे जम्मू एवं कश्मीर का माहौल बिगड़ाने का प्रयास कर रहे हैं।
महबूबा ने कहा कि अब दुर्भाग्य से चीन ने भी हस्तक्षेप शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि पूरे देश में जिस प्रकार सांप्रदायिक सदभाव कायम था..शत्रु इस हमले के जरिए पूरे देश में सांप्रदायिक दंगे कराना चाहते थे।
उन्होंने कहा कि मैं अपने देश के लोगों और गृहमंत्री की आभारी हूं कि उन्होंने इस कठिन स्थिति में हमारा समर्थन किया, इस स्थिति में जिसमें बाहरी ताकतें शामिल हैं..और मैं खुश हूं कि हमारे सभी राजनीतिक दल साथ हैं।
यह पूछे जाने पर कि क्या बैठक में अनुच्छेद 370 पर भी कोई चर्चा हुई, महबूबा ने कहा कि जब जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) पारित हुआ, तब राष्ट्रपति ने इस बात की पुष्टि की कि अनुच्छेद 370 का ध्यान रखा जाएगा..अनुच्छेद 370 कश्मीर के लोगों की भावनाओं से जुड़ा है।