नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) द्वारा महबूबा मुफ्ती को आधिकारिक रूप से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के बाद अब राजनीतिक हलचल बढ़ गई है।
भाजपा हाईकमान ने राम माधव और जितेन्द्र सिंह को जम्मू कश्मीर में सरकार गठन के बारे में पार्टी के विधायकों की राय जानने का दायित्व सौंपा है। इसलिए शुक्रवार को एक बैठक बुलाई गई है।
भाजपा का शिष्टमंडल शुक्रवार को राज्यपाल से मुलाकात करेगा और उन्हें राज्य की वर्तमान राजनीतिक स्थिति के बारे में पार्टी के रूख से अवगत कराएगा। पिछली बार भाजपा और पीडीपी शिष्टमंडल अलग अलग दो फरवरी को राज्यपाल से मिला था।
भाजपा के शिष्टमंडल ने दो मार्च को राज्यपाल से दोबारा मुलाकात की थी जबकि महबूबा मुफ्ती ने चार मार्च को राज्यपाल से भेंट की थी।
सरकार गठन के मुद्दे पर ही 22 मार्च को महबूबा ने नयी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करके इस भेंट को काफी सकारात्मक बताया था।
पीडीपी प्रमुख महबूबा ने होली पर सरकार का तोहफा देने की बात की थी और आज होली के दिन ही उनकी पार्टी के विधायकों द्वारा सर्वसम्मति से महबूबा को विधायक दल का नेता चुन लिया गया।
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंहजम्मू कश्मीर की वर्तमान राजनीतिक स्थिति की समीक्षा के लिए पार्टी विधायकों के साथ बैठक करेंगे और राज्य के राज्यपाल के साथ बैठक से पहले उनकी राय जानेंगे।
उन्होंने गुरुवार को कहा कि राज्य में सरकार गठन के लिए उनकी पार्टी द्वारा पीडीपी से कोई भी अतिरिक्त मांग कभी नहीं की गई। फ़िलहाल भाजपा विधायकों की एक बैठक शुक्रवार को बुलाई गई है जिसमे आखिरी फैसला होगा।