भोपाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने महिलाओं में निहित शक्ति और आत्मबल का जिक्र करते हुए कहा कि वात्सल्य की अनुभूति सिर्फ भारतीय महिलाओं के पास ही होती है।
भागवत ने शनिवार शाम को यहां गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा की पुस्तक परितप्त लंकेश्वरी के विमोचन समारोह को संबोधित किया। इस मौके लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के अलावा राज्यपाल मृदुला सिन्हा और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मौजूद थे।
संघ प्रमुख भागवत ने कहा कि इस पुस्तक को रावण की पत्नी मंदोदरी के चरित्र को केंद्र में रखकर लिखा गया है। उन्होंने अपना भाषण मुख्य रूप से पौराणिक महत्व के महाभारत और रामायण के पात्रों पर केंद्रित रखते हुए कहा कि ऐतिहासिक महत्व के पात्रों पर लेखन करने के लिए लेखक को उनके मन में जाकर बैठना पड़ता है।
तभी बेहतर लेखन संभव हो पाता है और लेखक ने राजभवन में बैठने के बावजूद ऐसा किया। यह सराहनीय प्रयास है। इस मौके पर लोकसभा अध्यक्ष महाजन ने कहा कि आज के दौर में स्त्री से सीता बनने की अपेक्षा की जाती है तो पुरुष को भी श्रीराम के अनुरूप आचरण करना चाहिए।
उन्होंने मंदोदरी के चरित्र पर भी अपने विचार रखे। मुख्यमंत्री चौहान ने भी भारतीय नारी की शक्ति के संबंध में अपने विचार रखे। लेखक एवं राज्यपाल मृदुला सिन्हा ने अपनी पुस्तक के लेखन के संबंध में बताया।
संघ प्रमुख भागवत शुक्रवार रात्रि में भोपाल पहुंचे और शनिवार को यहां उन्होंने संघ के विभिन्न पदाधिकारियों से चर्चा की। वे रविवार को भी भोपाल में रहेंगे। व्यापम घोटाले को लेकर पूरे देश में मचे राजनीतिक घमासान के बीच भागवत की भोपाल यात्रा के अनेक राजनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं।