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नई दिल्ली। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने अग्रणी दूरसंचार कंपनियों वोडाफोन और आइडिया के विलय को मंजूरी दे दी है। सूत्रों के अनुसार, सीसीआई ने आइडिया सेलुलर और वोडाफोन इंडिया को मंजूरी दिए जाने का पत्र भेज दिया है।
वोडाफोन इंडिया और आदित्य बिड़ला ग्रुप की आइडिया सेलुलर ने 20 मार्च को विलय की घोषणा कर दी थी। आदित्य बिड़ला ग्रुप के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला विलय के बाद बनने वाली कंपनी के चेयरमैन होंगे।
दोनों कंपनियों द्वारा इससे पहले जारी किए गए संयुक्त वक्तव्य में कहा गया था, “वोडाफोन ग्रुप और आइडिया सेलुलर घोषणा करते हैं कि उनके बीच भारत में साथ काम करने को लेकर सहमति बन गई है, जिसके साथ यह भारत की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी बन जाएंगे, हालांकि इस विलय में वोडाफोन के इंडस टॉवर्स कंपनी में 42 फीसदी हिस्सेदारी शामिल नहीं होगी।”
दोनों कंपनियों के विलय के बाद बनने वाली कंपनी 80,000 करोड़ रुपए के राजस्व वाली कंपनी बन जाएगी।
वक्तव्य में कहा गया था कि संयुक्त उद्यम में वोडाफोन की हिस्सेदारी 45.1 फीसदी की होगी। आइडिया के प्रमोटरों के पास इस कंपनी की 26 फीसदी हिस्सेदारी होगी, जबकि शेष हिस्सेदारी सार्वजनिक होगी।