चेन्नई/नई दिल्ली। तमिल फिल्म ‘मर्सल’ के डायलॉग में जीएसटी और डिजिटल इंडिया के बारे में नकारात्मक बातें हजम न होने पर भाजपा ने डायलॉग व दृश्य हटाने की मांग उठा दी, तो शनिवार को देश की राजनीति गरमा गई।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। इस मामले में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हस्तक्षेप किया, तो स्वाभाविक रूप से वह भी निशाने पर आ गए। राहुल ने कहा कि मोदी ने तमिल प्रतिष्ठा को ‘डिमोन-टाइज’ किया है।
दूसरी ओर, भाजपा नेताओं ने ‘मर्सल’ के डायलॉग का विरोध करने के अपने कदम को सही ठहराने की पूरी कोशिश की।
इस मुद्दे पर कई नेताओं ने अपना पक्ष रखा। डीएमके के कार्यकारी अध्यक्ष एम.के. स्टालिन ने फिल्म से डायलॉग हटाने की मांग को बोलने के अधिकार का हनन माना।
वहीं सुपरस्टार कमल हासन और फिल्म प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विशाल भी जीएसटी के विरोध वाला डायलॉग बोलने वाले अभिनेता विजय के समर्थन में दिखाई दिए।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल ने ‘मर्सल’ में जीएसटी के विरोध वाले डायलॉग हटाने की भाजपा की मांग पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि उन्हें इस तरह हस्तक्षेप कर तमिल प्रतिष्ठा को ‘डिमोन-टाइज’ नहीं करना चाहिए।
राहुल ने ट्वीट कर कहा कि मिस्टर मोदी, सिनेमा तमिलनाडु संस्कृति और भाषा की गहरी अभिव्यक्ति है। ‘मर्सल’ में हस्तक्षेप कर तमिल प्रतिष्ठा को ‘डिमोन-टाइज’ करने की कोशिश न करें।
अभिनेता ने अपनी फिल्म में जीएसटी और डिजिटल इंडिया योजनाओं की आलोचना की है। विजय 2014 में लोकसभा चुनाव से पहले चुनाव प्रचार के दौरान मोदी से मिले थे और पिछले वर्ष नोटबंदी की भी प्रशंसा की थी। लोग जानने को उत्सक हैं कि एक साल के भीतर उनका मन कैसे बदल गया।
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव एच.राजा ने शुक्रवार को अभिनेता विजय के ईसाई मूल के होने संबंधी ट्वीट किया था, “मोदी के प्रति जोसेफ विजय की नफरत है ‘मर्सल’।”
राजा ने कहा कि जो कोई भी इस मुद्दे पर बोलता है, उसे बोर्ड से ऊपर होना चाहिए। विजय बोर्ड से ऊपर नहीं हैं, क्योंकि उसने भी कर छापे का सामना किया है और लोग उस पर विश्वास नहीं करेंगे।
वहीं भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री पोन. राधाकृष्णन ने चिदंबरम पर प्रहार करते हुए सवाल उठाया कि कांग्रेस नेता विजय का समर्थन क्यों कर रहे हैं। क्या वे उनकी फिल्म में पैसा लगा रहे हैं?
अभिनेता व फिल्म निर्माता कमल हासन ने तमिल अभिनेता विजय की फिल्म ‘मर्सल’ का समर्थन किया और कहा कि जो लोग इस फिल्म का विरोध कर रहे हैं, उन्हें अवश्य तार्किक प्रतिक्रिया के साथ माकूल जवाब देना चाहिए।
उन्होंने ट्वीट कर कहा कि मर्सल प्रमाणित है। इसे फिर से सेंसर न करें। विरोध की आवाज पर तार्किक प्रतिक्रिया दें। आलोचनाओं को चुप न कराएं। जब भारत बोलेगा, तभी तो चमकेगा।
तमिलनाडु के भाजपा अध्यक्ष तमिलसाई सुंदरराजन ने फिल्म में जीएसटी, डिजिटल पेमेंट और मंदिर से संबंधित डायलॉग हटाने की मांग की है। उनका कहना है कि इससे गलत संदेश फैल रहा है।
इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी.चिदंबरम ने भाजपा पर अभिनेता विजय की फिल्म ‘मर्सल’ के कुछ डायलॉग हटाने की मांग को लेकर निशाना साधा और व्यंग्य किया कि ‘ऐसा कानून बनाना चाहिए, जिसमें वृत्तचित्रों (डॉक्यूमेंटरी) में सिर्फ सरकार की नीतियों की सराहना की जाए।’
चिदंबरम ने ट्वीट किया कि फिल्म निर्माताओं के लिए सूचना : कानून आने वाला है, अब आप केवल वही वृत्तचित्र बना सकते हैं, जिसमें सरकार की सराहना की जाए। इस मुद्दे ने देश में एक बार फिर अभिव्यक्ति की आजादी और लोकतंत्र के मायने पर बहस को जन्म दे दिया है।