इम्फाल। मणिपुर में दुष्कर्म के आरोपियों और महिलाओं के खिलाफ अन्य जघन्य अपराधों के आरोपियों को आतंकियों द्वारा मौत के घाट उतारे जाने की एक अनोखी समस्या राज्य सरकार के सामने आ खड़ी हुई है।
पुलिस ने बताया कि शुक्रवार रात एक संदिग्ध दुष्कर्मी को उसकी आखों पर पट्टी बांधकर इम्फाल लाया गया और उसके सिर में दो गोलियां दागी गईं और उसकी मौत हो गई।
इम्फाल पश्चिम जिले के पुलिस अधीक्षक थेमहेंग नगाशंगबा ने कहा कि संदिग्ध आतंकी शुक्रवार रात इम्फाल के टेरा में आखों पर पट्टी बंधे एक व्यक्ति को लाए थे और उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान 43 वर्षीय इरोम बोबो के रूप में हुई है। उसके सिर में दो गोलियां दागी गई थीं।
अपराधियों को पकड़ने का एक व्यापक अभियान शुरू किया गया है, लेकिन अभी तक किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। प्रतिबंधित भूमिगत संगठन यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट ने बोबो की हत्या की जिम्मेदारी ली है। संगठन ने कहा है कि बोबो ने अपने अपराध को मान लिया था।
संगठन के प्रवक्ता ने कहा कि उसे कठोर सजा दी गई है। प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि तीन लोग शाम को लगभग आठ बजे आखों पर पट्टी बंधे एक व्यक्ति को कार में लाए थे और उसके सिर पर गोलियां मारकर उसे तुरंत छोड़ गए थे।
सूत्रों का कहना है कि बोबो को 2003 में एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म करने और उसकी हत्या करने के लिए गिरफ्तार किया गया था। वह एक वर्ष तक न्यायिक हिरासत में रहा था।
मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कहा कि सरकार महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर कड़ी नजर रखे हुए है। पहली बार हमने महिलाओं के खिलाफ अपराधों में तुरंत निर्णय की कोशिश के तहत त्वरित अदालत का गठन किया है। राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराधों को रोकने के मद्देनजर यह कदम लंबी दूरी तक जाएगा।