सबगरु न्यूज-सिरोही। प्रदेश के चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड ने शनिवार को दो एनेस्थिशियन के ज्वाइन किए बिना ही ट्रोमा, आईसीयू, बर्न वार्ड समेत पांच यूनिट्स की शुरूआत की।
चिकित्सा विभाग ने जिन 14 चिकित्सकों को यहां पर पदाभिहित और कार्यव्यवस्था में लगाया था, उनमें से मात्र 9 चिकित्सकों ने ही यहां पर ज्वाइनिंग दी। इनमें भी दोनो एनेस्थिशियन ने ज्वाइन नहीं किया।
चिकित्सा विभाग ने यहां पर गुरुवार को 14 चिकित्सकों को कार्यव्यवस्था में लगाया था। इनमें से नौ ने ज्वाइन किया, इनमें भी पांच सिरोही जिलो के ग्रामीण क्षेत्रों के चिकित्सक हैं, इससे उन गांवों में चिकित्सा व्यवस्था प्रभावित होगी। कैलाशनगर गांव के लोगों ने तो इसे लेकर मंत्री को ज्ञापन भी सौंपा। वैसे चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड ने जनसभा में सिरोही चिकित्सालय की स्थिति से भिज्ञ होने की बात कहते हुए शीघ्र ही व्यवस्था दुरुस्त करने की बात भी कही है।
जनसुनवाई करने लगे सांसद
ट्रोमा सेंटर के उद्घाटन के बाद सांसद देवजी पटेल किसी उद्घाटन में शरीक नहीं हुए। वह पाण्डाल में आकर बैठ गए और लोगों से जनसुनवाई करने लगे। सांसद का यह व्यवहार भी लोगों में चर्चा का विषय रहा।
सरकार का मंच या भाजपा का!
जिला चिकित्सालय में हुए कार्यक्रम सरकारी कार्यक्रम था, नियमानुसार इसमें मंच पर सिर्फ जनप्रतिनिधि और अधिकारी बैठ सकते हैं, लेकिन सिरोही चिकित्सालय में लगे मंच को स्थानीय पदाधिकारियों ने भाजपा का मंच बना दिया। इतना ही नहीं एक भाजपा पदाधिकारी ने तो एक जनप्रतिनिधि की कुर्सी पर ही कब्जा कर लिया, जिससे मंच के नीचे जनप्रतिनिधि के समर्थकों में नाराजगी भी दिखी।
मंच पर भाजपा जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चौधरी और भाजपा ब्लॉक अध्यक्ष सुरेश सगरवंशी को भी बैठाया हुआ था। जबकि शेष दस नौ ब्लॉकों के अध्यक्षों को प्रशासन ने नजरअंदाज किया। वैसे इनके कुछ समर्थक इसके लिए कांग्रेस के शासन में भी ऐसा होने की दलील देते रहे, लेकिन वह यह भूल गए कि इन्हीं कारणों से जनता ने उसे धूल चटाई और कांग्रेसविहिन देश बनाया। इसी तरह भाजपा पदाधिकारी कांग्रेस का अनुसरण करते रहे तो भाजपाविहिन देश का भी नारा बुलंद होते समय नहीं लगेगा।
मंशा पर तुषारापात
वैसे मंच पर माला पहनने और सीट हथियाने के लालायित कई भाजपा नेता नजर आए। माला और साफे की सूची भी काफी लम्बी थी, लेकिन फिर मंत्री के हस्तक्षेप के बाद इस कार्य को रोक दिया गया। वैसे भाजपा कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों में मंत्री के करीब जाने की होडाहोडी भी कई जनप्रतिनिधियों की नाराजगी का कारण रही।
सर्किट हाउस में भी मंत्री ओटाराम देवासी और सांसद तो बहुत पीछे रह गए, पार्टी के छुटभैये पदाधिकारी व कार्यकर्ता मंत्री के करीब जाने की होड में इन्हें भी धकेलते दिखे।
नाम की आस पर फिरा पानी
चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड़ के जिला मुख्यालय पर ट्रोमा सेंटर, आईसीयू, बर्न वार्ड, धर्मशाला, महिला चिकित्सालय के उद्घाटन के दौरान शिलालेख पर नाम के लिए भाजपा के कई पदाधिकारी पौवा लगाते रहे। यहां तक कि शुक्रवार रात तक यह सिलसिला चला कि उनका नाम शिलापट्ट पर आ जाए, लेकिन मंत्री ने जैसे ही लोकार्पण का शिलापट्ट खोला ऐसे मुंगेरी लालों के सपनों पर तुषारापात हो गया।
प्रोटोकॉल में नहीं होने के बावजूद कई भाजपा पदाधिकारी अपने नाम शिलापट्ट पर अंकित करवाने के लिए लालायित थे। उनकी यह नाजायज मांग प्रशासनिक अधिकारियों के गले की हड्डी भी बन गई थी। इससे पहले शहर में नगर पालिका के अधिकतर कार्यों के उद्घाटन में जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चौधरी का भी नाम लिखा गया था। इतना ही नहीं भाजपा के अन्य निचले पदाधिकारियों के भी नाम लिख दिए गए थे।
पांच करोड के भवनों का लोकार्पण व उद्घाटन किया
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र सिंह राठोड़ ने आज सिरोही जिला मुख्यालय पर लगभग 5 करोड़ की लागत से निर्मित विभिन्न चिकित्सालय भवनों तथा धर्मशाला का फीता काट एवं उद्घाटन पट्टिका का अनावरण कर लोकार्पण किया।
चिकित्सा मंत्री ने यहां सर्वप्रथम 65 लाख रुपये की लागत से निर्मित ट्रोमा सेंटर, 22.79 लाख रुपये से निर्मित रिहेबिलेशन सेंटर, 34.12 लाख की बर्न यूनिट,25 लाख की लागत से निर्मित आईसीयू, ढाई करोड़ की लागत से बने 50 बैड के मातृ शिशु केन्द्र तथा एक करोड़ की लागत से अस्पताल में रोगियों की साथ आने वाले सहयोगियों एवं सम्बधियों की सुविधा हेतु बनाई गई धर्मशाला का लोकार्पण किया।
ट्रोमा सेंटर में ऑपरेशन थियेटर आई.सी.यू.एक्स रे कक्ष ,मेल-फीमेल वार्ड,ड्रेसिंग एवं प्लास्टर रूम, रिहेबिलेटेशन सेंटर में वैक्स रूम, इलेक्ट्रोथैरेपी, फिजियोथैरेपिस्ट कक्ष, आई.सी.यू.यूनिट में गंभीर मरीजों के लिए जीवन रक्षक उपकरणों सहित 10 अलग-अलग कक्षों तथा निगरानी के लिए नर्सिंग स्टेशन,दवाइयों के लिए स्टोर,बर्न यूनिट में मेल-फीमेल वार्ड,मातृ एवं शिशु केन्द्र में काउन्सलिंग, गायनिक, रेडियोलॉजिस्ट, लेबर रूम, अमृत कक्ष आदि भवनों का निर्माण किया गया है। इससे रोगियों को अपना इलाज कराने में काफी सुविधाएं मिलेंगी। इसके अतिरिक्त धर्मशाला में 4 प्राइवेट कमरे,स्टोर,भोजन के लिए किचन और डायनिंग हॉल,शौचालय आदि बनाये गये हैं,जिनसे मरीजों के परिजन को आवासीय सुविधाएं प्राप्त होंगी।
पिंडवाड़ा में धर्मशाला का लोकार्पण
चिकित्सा मंत्री ने पिंडवाड़ा में मरीजों के साथ आने वाले परिजन हेतु 50 लाख रुपये की लागत से निर्मित धर्मशाला का फीता काट एवं उद्घाटन पट्टिका का अनावरण कर लोकार्पण किया। 2500 वर्गफीट क्षेत्र में बनी धर्मशाला में 4 डोरमेट्री, 5 बैड जिसमें 20 मरीजों के परिजनों को ठहरने आदि की सुविधाएं मिलेंगी। इसमें डायनिंग हॉल और शौचालय व अन्य कक्ष बनाये गये हैं। चिकित्सा मंत्री का सिरोही पहुंचने पर नगरपरिषद एवं राजमाता धर्मशाला पर नगर परिषद सभापति पार्षद एवं नागरिकों ने माल्यार्पण कर अभिनन्दन किया।
सिरोही में होगी चिकित्सा की माकूल व्यवस्था-राठौड
जिला चिकित्सालय में विभिन्न भवनों के उद्घाटन पर लोकार्पण करने आए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड़ यहां जनसभा मे ंकहा कि ने कहा कि सरकार के प्रयत्नों से अब सिरोही जिले में चिकित्सा सुविधाएं माकूल होंगी और रोगियों को अपना इलाज कराने के लिए बाहर नहीें जाना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि सरकार योग्यताधारी चिकित्सकों को रोगियों के उपचार के लिए सेवा का पर्याप्त मौका दे रही है। सिरोही जिले मेें चिकित्सा सुविधाएं माकूल बनाने के लिए 38 चिकित्सक लगाये गये हंै जिनमें से 19 चिकित्सकों ने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। राठौड ने कहा कि चिकित्सा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इसके लिए न केवल डाक्टर्स नियुक्त किये गये हंै अपितु ए.एन.एम.और नर्स ग्रेड कार्मिकों की भर्ती भी की गई है।
उन्होंने भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ लेने का आव्हान करते हुए कहा कि इससे आरोग्य राजस्थान बनेगा। उन्होंने कहा कि रोगियों की चिकित्सा सेवा करना पुण्य का कार्य है। उन्होंने राजस्थान में ई-हैल्थ कार्ड योजना के क्रियान्वयन की चर्चा करते हुए बताया कि इससे चिकित्सा सेवाएं सामाजिक सरोकारों से जुडेंग़ी और रोगियों को राहत मिलेगी।
कृष्णगंज एवं मनादर में उन्होंने जन सभा में जिले के कृष्णगंज में चिकित्सालय निर्माण के लिए 5 करोड़ रुपये तथा मनादर में चिकित्सा केन्द्र हेतु 1.85 करोड़ रुपये देने की घोषणा की। नितोड़ा एवं भूला गांवों में चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सहयोग का आश्वासन भी दिया।
समारोह में चिकित्सा के क्षेत्र में सेवाएं देने के लिए समाज सेवी रघुनाथ माली, हेमंत पुरोहित एवं मुकेश मोदी की ओर से जनाना अस्पताल को गोद लेने हेतु आफताब इरफान, बसंती बाई को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए देवस्थान राज्य मंत्री एंव जिले के प्रभारी मंत्री ओटाराम देवासी ने सिरोही जिले में चिकित्सा सेवाओं को माकूल बनाने एवं विस्तारित करने के लिए मुख्यमंत्री एवं चिकित्सा मंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने जावाल,झाड़ोली वीर,कैलाशनगर आदि गांवों में चिकित्सा सेवाओं में कमियों को दूर करने के लिए सहयोग की अपेक्षा व्यक्त की। सांसद देवजी एम.पटेल ने डाक्टर्स को भगवान के बाद मनुष्य का जीवन बचाने के लिए ईश्वर तुल्य बताया।
इस अवसर पर जिला प्रमुख श्रीमती पायल परसरामपुरिया, विधायक समाराम गरासिया,नगरपरिषद सभापति ताराराम माली, प्रधान श्रीमती प्रज्ञा कंवर, जिला कलक्टर वी.सरवन कुमार, पुलिस अधीक्षक संदीप सिंह चौहान, अतिरिक्त जिला प्रहलाद सहाय नागा, उपखंड अधिकारी ओम प्रकाश विश्नोई, महन्त लहर गिरि,तीर्थ गिरी, रोहित खत्री, अरूण परसरामपुरिया,भूपेन्द्र देवासी,भवंरलाल मेघवाल,दिनेश बिंदल,संयुक्त निदेशक चिकित्सा संदीप जैन,मुख्य अभियंता नागेश शर्मा सहित काफी संख्या में नागरिक मौजूद थे। संचालन धीरेन्द्र सिंदल ने किया।