सबगुरु न्यूज-सिरोही। जिला मुख्यालय, उपखण्ड मुख्यालय, ब्लॉक मुख्यालयों, पंचायतों पर जिन अधिकारियों के कारण लोगों को काम नहीं होने की प्रताडना झेलनी पड रही हैं, उन्हीं के दम पर शुक्रवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, आयुर्वेद, ईएसआई एवं संसदीय सचिव मामलात विभाग मंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड ने भारजा में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन कल्याण पंचायत शिविर की शुरूआत की।
उन्होंने कहा कि सरकार की मंशानुरूप ग्रामीणों को उनके द्वार पर जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ देने के लिए पं दीनदयाल उपाध्याय जल कल्याण पंचायत शिविर का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि पंचायत शिविरों में ग्रामीणों को मिलने वाली राहत धरातल पर भी नजर आएं। उन्होंने कहा कि इन शिविरों के माध्यम से ग्रामीणों को ज्यादा से ज्यादा राहत पहुंचाई जाए।
प्रभारी मंत्री राठौड ने निर्देश दिए कि शिविरों के दौरान कोई पात्र वंचित नहीं रहें, इसकी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि सरकार आपके पास आई है, इसलिए गांव की जो भी छोटी-मोटी समस्या है, जिनके लिए मुख्यालय आना पडता है वह अब इन शिविरों में मौके पर ही निस्तारित होंगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार रा पूर्व में भी न्याय आपके द्घार जैसे कार्यक्रम कर आम जन को लाभांवित किया है और गांवों का विकास भी किया है। उन्होंने कहा कि न्याय आपके द्वारा अभियान के तहत वृहद स्तर पर कई प्रकरणों का निस्तारण कर आम जन को राहत पहुचाई गई।
उन्होंने आव्हान किया है कि व्यक्तिगत लाभ के कार्यों में रुचि रखकर इन्हें करवाएं। इसी तरह मुख्यमंत्री भामाशाह योजना , राजश्री योजना , मुख्यमंत्री निःशुल्क जांच योजना जैसी कई योजना है, जिनके फार्म इन शिविरों में भरकर लाभांवित हों। उन्होंने कहा कि पिछले आयोजित किये गए राजस्व शिविरों में जो कार्य शेष रहें है, वो भी इन शिविरों में किये जाएंगे साथ ही पौध रोपण , छात्रवृति, कार्ड का दुरूस्तीकरण, पेंशन,श्रमिक कार्ड इत्यादि कार्य किये जाएगे। उन्होंने कहा कि हर गांव समस्या से रहित हों, यह प्रदेश सरकार का प्रयास है।
शिविर के दौरान प्रभारी मंत्री ने जलदाय विभाग अधिशाषी अभियन्ता को पाईप लाईन दुरस्त करने के निर्देश दिए साथ ही विद्युत आपूर्ति सही करने के भी निर्देश प्रदान किये। जिला प्रमुख श्रीमती पायल परसरामपुरिया ने कहा कि सरकार आपके द्वार आई है , समस्त प्रशासन यहां मौजूद है इसलिए गांववासी अपनी समस्याओं का समाधान मौके पर ही करवाकर लाभांवित हो, साथ ही आस-पास के जनों को भी इन शिविरों में लाकर उन्हें भी लाभांवित करें। उन्होंने ग्रामीणों से जुडी समस्याओं का समाधान सकारात्मक भाव से करने पर विशेष जोड दिया। उन्होंने कहा कि इन शिविरों को लगाने के पीछे राज्य सरकार की मंशा है कि ग्राम पंचायत स्तर पर ही लोगों की समस्याओं का समाधान हों।
इसी प्रकार आबू-पिंडवाडा समाराम गरासिया ने कहा कि इन शिविरों में सेवा भाव से कार्य हों ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित हों, साथ ही अधिकाधिक ग्रामवासियों की समस्याओं का समाधान मौके पर ही हो। उन्होंने उपस्थित ग्रामीण जनता को आव्हान किया कि विभिन्न विभागों से संबंधित समस्याओं को मौके पर ही समाधान करवाएं। उन्होंने कहा कि पंचायत शिविरों में विभागों के निर्धारित कार्यो को पूर्ण रूप से सम्पादित करने मे किसी प्रकार की कोई कसर नहीं रखे तथा गरीब व जरूरतमंद लोगों को अधिकाधिक रूप से लाभांवित करते हुए इन शिविरों को सफल बनाएं।
बैठक में प्रभारी सचिव कुलदीप रांका ने कहा कि ग्रामीण जन जागरूक होकर जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी लें तथा गांव के आमजन की जो भी समस्याएं है, उनका समाधान इन शिविरों में किया जाएगा इसलिए अपनी छोटी-मोटी समस्याओं को मौके पर ही निस्तारण करवाए। उन्होंने कहा कि यह शिविर प्रत्येक शुक्रवार को पंचायत समिति की दो ग्राम पंचायतों में आयोजित किये जाएंगे। राजस्व से संबंधित जो भी समस्या है, उनका समाधान भी इन शिविरों में करवाएं । इसी क्रम में जिला परिषद के अति मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरिराम मीणा ने इन पं. दीनदयाल उपाध्याय जन कल्याण पंचायत शिविर के बारें में विस्तार से जानकारी दी।
शिविर के दौरान रसद विभाग की ओर सिके एवं प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत गैस चूल्हें भी वितरण किये गए तथा शिविर में संबंधित विभिन्न विभागों के लगे काउंटर पर जाकर जानकारी हासिल की तथा विभागो के द्घारा की गई तैयारियों तथा शिविर में कराये जाने वाले कार्यो से सम्बद्घ भराए जाने वाले परिपत्रों की पूरी जानकारी लेकर वहां उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिए तथा राउमावि भारजा में प्रभारी मंत्री द्घारा पौधारोपण किया गया।
शिविर में जिला कलटर लक्ष्मी नारायण मीणा, भाजपा जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चौधरी, प्रधान टीपू बाई गरासिया, आबूरोड नगरपालिका अध्यक्ष सुरेश सिंदल , नरपत सिंह राणावत, कालूराम जणवा, सरंपच मनीषा मीणा, उप प्रधान विनोद दवे एवं अन्य जन प्रतिनिधिगण समेत भारी संख्या में ग्रामीणजन मौजूद थे।