सीकर/जयपुर। राजस्थान में सीकर जिले के अजीतगढ में एक बोरवेल में गिरी मासूम बच्ची सुनीता को 32 घंटे बाद रविवार को बोरवेल से जीवित निकाल लिया गया।
एंबुलेंस के जरिए सीधे जयपुर के जेके लोन अस्पताल लाया गया। बच्ची का अस्पताल में उपचार चल रहा है। थाना क्षेत्र में स्थित गुर्जा की ढाणी में शनिवार सुबह एक 7 वर्षीय मूक बधिर बालिका खराब पड़े बोरबेल में गिर गई थी।
पुलिस और प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार सुबह करीब नौ बजे खराब पड़े बोरबेल के पत्थर के ढक्कन पर बैठी सुनीता पत्थर खिसक जाने से बोरबेल में गिर गई और करीब 40 फुट गहराई पर जा कर फंस गई।
बोरबेल 450 फुट गहरा था। सूत्रों ने बताया कि पहले तो खेत में मौजूद बालिका के परिजनों ने उसे निकालने का प्रयास किया और असफल रहने पर बाद में पुलिस को सूचित किया।
जिला प्रशासन को सूचना मिलने पर मौके पर राहत और बचाव कार्य शुरु किया गया। बालिका को सुरक्षित निकालने के लिए बोरबेल के आसपास जेसीवी की मदद से चारों ओर गड्ढा खोदना शुरु किया गया। इसके साथ ही बालिका को आक्सीजन और पानी भी पहुंचाया जाता रहा।
आखिरकार करीब 32 घंटे बाद सेना और एनडीआरएफ की टीम को सफलता मिली और सुनीता को सकुशल निकाल लिया गया।
बालिका के सकुशल वापस निकाले जाने पर राजे ने दी बधाई
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने सीकर जिले की बुर्जा की ढाणी में बोरवेल में गिरी 8 वर्षीय बालिका सुनीता को सकुशल बाहर निकालने पर बचाव कार्यों में जुटे जिला प्रशासन के अधिकारियों-कर्मचारियों, सेना के जवानों एवं ग्रामीणों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि सभी के साहसिक एवं समन्वित प्रयासों से बालिका की जान बचाई जा सकी।
राजे ने बालिका के परिजनों को बधाई देते हुए उसके दीर्घायु होने की कामना की है। राजे ने बच्ची के बोरवेल में गिरने की सूचना मिलते ही तत्काल अधिकारियों को मौके पर भेज कर उसे बचाने के निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री ने सभी प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे जहां कहीं भी खुले बोरवेल दिखें उन्हें तुरन्त बंद करायें ताकि किसी अनहोनी से बचा जा सके।