जोधपुर। मगरा पूंजला के कबीर नगर गली नंबर 3 से अपहृर्त हुई मासूम उर्वशी के अपहरण काण्ड का खुलासा करने के लिए पुलिस ने मंगलवार को सीसी टीवी फुटेज खंगाले और स्थानीय लोगों से जानकारी जुटाई।
पुलिस ने शहर के ऑटो चालकों के बारे में जानकारी जुटानी शुरू कर दी है। मामले में शीघ्र ही खुलासे की उम्मीद नजर आ रही है। बच्ची के बैग में मिले 560 रूपए का खुलासा हुआ है, यह रूपए अपहृर्ता ने घर की अलमारी में रखे पर्स से ही चुराए थे।
बाद में आगे जाकर 560 रूपए बैग में रखे। पुलिस अब इस प्रकरण की गहनता से जांच कर रही है। ऑटो चालक ने सफेद चश्मा और वर्दी भी पहन रखी थी। पुलिस ने इसी को आधार मानते हुए आगे जांच बढ़ानी शुरू कर दी है।
सनद रहे कि मगरा पूंजला के कबीर नगर गली नंबर 3 में रहने वाले सुरेंद्र सिंह माली की 9 वर्षीय पुत्री उर्वशी का सोमवार सुबह साढ़े छह बजे अपहरण हुआ था। दोपहर में यह बच्ची मेड़ता रोड स्टेशन पर रोती हुई मिली थी।
बच्ची ने पुलिस व मीडिया को दिए बयान में बताया था कि उसे एक महिला व पुरूष अपहरण कर ले गए। उसका मुंह बंद कर दिया गया था।
राइका बाग स्टेशन से बिठाया ट्रेन में
बताया गया कि उर्वशी को राइका बाग स्टेशन से ट्रेन में बिठाया गया था। महिला उसे राइका बाग स्टेशन तक लाई और रेल पटरियां पार करने के दौरान किसी शख्स ने रेल में चढ़ा दिया था। जांच में सामने आया कि उर्वशी के बैग में 560 रूपए मिले। यह रूपए भी अपहृर्ता ने बच्ची के कपड़े अलमारी से निकालते वक्त वहां पड़े पर्स से चुराए।
बैग में दस दस के छह सिक्के और पांच सौ का नोट था। अपहृर्ता महिला व पुरूष ने बच्ची के बैग में दस दस के छह सिक्के डाले थे। ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि कहीं वे उनका कोड वर्ड तो नहीं था। ताकि बच्ची को आगे से उठा लिया जाए।
पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने की मुलाकात
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए मंगलवार सुबह उर्वशी व उसके माता पिता सुरेंद्र सिंह से मुलाकात की और उचित कार्रवाई करवाने का आश्वासन दिया। गहलोत ने उर्वशी से घटना के बारे में जानकारी जुटाई और उसकी कुशलक्षेम पूछी।