कोलकाता। कार्यकाल शेष होने के डेढ़ साल पहले ही तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद व अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के इस्तीफे को लेकर राज्य के राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ गई है।
विपक्षी पार्टियां मिथुन के इस्तीफे को लेकर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को निशाना बनाने में जुट गई है। राज्य की मुख्य विपक्षी कांग्रेस ने राज्यसभा की सदस्यता से मिथुन के इस्तीफे को लेकर तृणमूल पर कटाक्ष किया।
विधानसभा में विपक्ष के नेता अब्दुल मन्नान ने तृणमूल की तुलना डस्टबीन से करते हुए कहा कि डस्टबीन में आम रखने पर उसका जो हश्र होगा, वही मिथुन चक्रवर्ती के साथ हुआ है। उन्होंने कहा कि अब तक कई लोग इस्तीफा दे चुके हैं, भविष्य में कई और लोग त्यागपत्र देंगे तथा कई और लोग गिरफ्तार भी होंगे।
उन्होंने कहा कि राख से आग को नहीं ढका जा सकता। एक ना एक दिन सारी सच्चाई सामने आ जायेगी। गौरतलब है कि मिथुन चक्रवर्ती से सारदा मामले में पूछताछ की गई थी। इसके बाद मिथुन ने सारदा समूह से पारिश्रमिक के तौर पर ली गई एक करोड 19 लाख की राशि इडी को लौटा दी थी।
इसके बाद मिथुन ने कभी भी संसद का रुख नहीं किया। सोमवार को उन्होंने राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी को अपना इस्तीफा भेज दिया। उधर तृणमूल महासचिव डेरेक ओ ब्रायन मिथुन की शारिरिक अस्वस्थता को उनके इस्तीफे की वजह बताया है।