झालावाड़। सांसद दुष्यंतसिंह की अपील पर झालरापाटन में पुरामहत्व की प्राचीन चन्द्रभागा मोक्षदायिनी नदी को पुनर्जीवित करने के लिये हजारों लोग उमड़ पड़े।
नदी को स्वच्छ बनाने के लिए रविवार सुबह 7 बजे शुरू हुए इस महाअभियान में वहां के लोगों ने दिल से श्रमदान किया। वे फावड़े, ट्रैक्टर, लोडर और जेसीबी लेकर सहयोग के लिए पहुंचे और नदी की सफाई में एक साथ जुट गए।
सांसद दुष्यंतसिंह के नेतृत्व में आरम्भ हुए श्रमदान के दौरान लोगों में अभूतपूर्व उत्साह देखा गया। व्यापारियों, विद्यार्थियों, स्वयं सेवी संगठनों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों तथा समाज के हर वर्ग के लोगों ने स्वेच्छा से श्रमदान किया। यह श्रमदान बिना रुके देर शाम तक चलता रहा।
किसी नदी को एक ही दिन में पुनर्जीवित करने का ऐसा प्रयास बहुत कम देखने को मिलता है। इस महाश्रमदान से चन्द्रभागा नदी का पौराणिक महत्व भी पुनर्जीवित होगा।
श्रमदान के दौरान चन्द्रभागा नदी के भीतर जमा गंदगी को निकालकर उसे चौड़ा और गहरा किया। मिट्टी डालकर नदी के तटबंधों को मजबूत किया गया। इस महाअभियान में 11 जेसीबी, 5 पोर्कलेन, 25 ट्रेक्टर-ट्रॉली और 5 डम्परों के माध्यम से श्रमदान किया गया। नदी के पेटे से लगभग 200 डम्पर और ट्रैक्टर ट्रॉली भरकर कचरा एवं गंदगी निकाली गई।
सांसद दुष्यंतसिंह ने चन्द्रभागा नदी को पुनर्जीवित करने के लिए सांसद निधि कोष से 5 से 10 लाख रूपये देने की घोषणा भी की। उन्होंने इस मौके पर कहा कि यदि जरूरत हुई तो इससे अधिक राशि भी सांसद निधि कोष से दी जायेगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में हम झालावाड़ और झालरापाटन की प्रगति के लिए हमेशा कार्य करते रहेंगे। चन्द्रभागा नदी से हजारों श्रद्धालुओं की आस्था जुड़ी हुई है।
इस अवसर पर राज्य जन अभाव अभियोग निराकरण समिति के अध्यक्ष श्रीकृष्ण पाटीदार, खानपुर विधायक नरेन्द्र नागर, जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने महा-श्रमदान में भाग लेने वाली संस्थाओं तथा आमजन का आभार व्यक्त किया।
जिला प्रमुख टीना कुमारी भील, डग विधायक श्री रामचन्द्र सुनारीवाल, झालरापाटन प्रधान भारती नागर, नगरपालिका झालरापाटन के चेयरमेन अनिल पोरवाल सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।