लखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के हाथ से माइक छीनने का प्रयास करने वाले एमएलसी आशु मलिक की पिटाई का प्रकरण थाना गौतमपल्ली पहुंच गया।
पुलिस ने मंत्री पवन पाण्डेय के खिलाफ एमएलसी की ओर से दी गई तहरीर लेते हुए जांच शुरू कर दी है। वहीं पांडेय पर पार्टी ने अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए छह साल के लिए उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
हजरतगंज क्षेत्राधिकारी अशोक वर्मा ने बताया कि गौतमपल्ली थाने पर मंगलवार को शाम तक एमएलसी आशु मलिक की तहरीर मिलने के बाद जांच शुरू कराने के निर्देश दे दिए गए। शाम के बाद से ही मामले में थाना पुलिस जांच कर रही है।
उन्होंने बताया कि मंत्री पवन पाण्डेय के खिलाफ मारपीट करने और धमकाने का आरोप लगाते हुये एमएलसी के समर्थकों ने थाने पर तहरीर दी है। पुलिस जांच के बाद ही किसी प्रकार की कार्रवाई करने पर विचार करेगी।
वहीं बुधवार को एमएलसी आशु मलिक के समर्थकों ने थाना गौतमपल्ली के थानाध्यक्ष से बातचीत की और जल्द से जल्द मामले की जांच समाप्त कर कार्रवाई करने की मांग की।
बता दें कि समाजवादी पार्टी की बैठक के दौरान मंच पर झगड़ा सामने आया था। मुख्यमंत्री ने एमएलसी आशु मलिक का नाम लेते आरोप लगाया कि आशु मलिक और अमर सिंह ने उनके खिलाफ साजिश करते हुए चिट्ठी लिखी है।
वहीं अखिलेश के हाथ से माइक छीनने का प्रयास करने पर आशु मलिक को नाराज मंत्री पवन पांडे का गुस्सा झेलना पड़ा।
बाद में आशु मलिक के समर्थकों ने फैजाबाद से विधायक व राज्यमंत्री पवन पाण्डेय के खिलाफ गौतमपल्ली थाने में तहरीर देते हुए एफआईआर दर्ज करने की बात की। इसके बाद से पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।