वाराणसी। पूर्वांचल के बाहुबली माफिया एमएलसी बृजेश सिंह को शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच यहां जिला जज की अदालत में पेश किश गया। इस दौरान कचहरी परिसर में उनके शुभ चिन्तको और समर्थकों की भीड़ अदालत परिसर में जुटी रही।
इसके पूर्व सहारनपुर जिला जेल से उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच वज्र वाहन से लाया गया। सिकरौरा नरसंहार कांड मामले को लेकर जिला जज की अदालत में पेश एमएलसी बृजेश सिंह के नरसंहार के समय बालिग अथवा नाबालिग होने के मामले में अदालत ने भुवनेश्वर (उड़ीसा) स्थित पासपोर्ट, आरटीओ तथा नई दिल्ली स्थित आयकर कार्यालय के कर्मचारियों को तलब करने का आदेश दिया।
इस मामले में दोनो पक्षों की बात सुन न्यायाधीश ने तीनों कार्यालयों के कर्मचारियों को सम्मन जारी करने का आदेश देते हुए अगली सुनवाई के लिए चार मई की तिथि मुकर्रर की।
सुनवाई के दौरान ही एमएलसी बृजेश ने 19 अप्रेल से 27 अप्रेल तक पुत्री के वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने की इजाजत मांगने सम्बन्धी प्रार्थना पत्र अदालत को दिया। इस मामले में सुनवाई की तिथि 18 अप्रेल मुकर्रर की गई। पेशी के बाद प्रशासनिक आदेश के आधार पर एमएलसी बृजेश को शिवपुर स्थित सेंट्रल जेल में दाखिल कराया गया। इस दौरान उनके भतीजे और सकलडीहा के विधायक सुशील सिंह भी मौजूद रहें।
बतादें, सिकरौरा नरसंहार कांड मामले को लेकर बृजेश ने अदालत में प्रार्थना पत्र दिया था कि घटना के समय उनकी उम्र 18 वर्ष से कम थी। अपने दलील के पक्ष में विद्यालय द्वारा जारी प्रमाणपत्र व अंकपत्र की प्रति दाखिल की थी। इस मामले में यूपी बोर्ड के अधिकारी तथा विद्यालय के प्रधानाचार्य का भी बयान दर्ज हो चुका है। मुकदमे की वादी हीरावती देवी की ओर से आपत्ति की गई और दलील दी कि बृजेश सिंह के पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस तथा पैन कार्ड पर उल्लेखित जन्म तिथि विद्यालय के प्रमाणपत्र से भिन्न है।