सीकर। शहर के व्यस्ततम व्यावसायिक क्षेत्र स्टेशन रोड से एक मोबाइल कम्पनी के अधिकृत शोरुम से अज्ञात चोर शनिवार रविवार की रात बीस लाख रुपए से अधिक की कीमत के मोबाइल फोन चुरा कर ले गए। रविवार सुबह वारदात की खबर फैलते ही शहर के व्यापारियों में दहशत फैल गई और सभी घटनास्थल पर जमा होने लगे।
पुलिस के अनुसार स्टेशन रोड़ स्थित मारू मंदिर के सामने मोबाईल कम्पनी के अधिकृत शो रूम के डबल शटर में से एक शटर को शनिवार रात उखाड़ कर अज्ञात चोर दुकान में प्रवेश कर गए। दुकान में रखे कीमती मोबाईल टेलीफोन को बक्सों में भर कर आरोपी फरार हो गए।
पुलिस ने घटनास्थल से फिंगर प्रिंट लिए है तथा चोरों की ओर से की गई वारदात के तरीके एवं काम में लिए गए उपकरणों के आधार पर वारदात में किसी बड़े गिरोह का हाथ होने की संभावना जताई गई है।
जिला मुख्यालय पर रात्री गश्त के बावजूद चोरी की बड़ी वारदात होने को लेकर शहर के व्यापारियों में रोष व्याप्त है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच आरंभ कर दी है।
सात वर्ष से फरार ठग गिरफ्तार
औद्योगिक क्षेत्र सीकर के एक व्यवसायी के साथ 22 लाख से अधिक की ठगी करने वाले फरार आरोपी को सात वर्ष बाद पुलिस ने उसके ठिकाने की तलाश कर गिरफ्तार कर लिया।
घटनाक्रम के अनुसार दिल्ली में बड़ी फर्म का मालिक बता कर सीकर के मार्बल व्यवसायी शंकरलाल अग्रवाल के साथ सौदा कर 22 लाख 31 हजार रुपए की कीमत का मार्बल नौ ट्रकों में दिल्ली के लिए रवाना किया और भुगतान शीघ्र भिजवाने का विश्वास दिलाया।
निर्धारित समय पर भुगतान नहीं मिलने पर व्यापारी शंकरलाल की ओर से दिल्ली में खोजबीन करने पर ना तो फर्म ही मिली और ना ही सौदा करने वाले सौदागर। ठगी के शिकार हुए व्यापारी की ओर से कोतवाली सीकर पुलिस में 10 जून 2009 को नामजद मामला दर्ज कराया गया।
पुलिस की सघन जांच के बादजूद आरोपी गत सात वर्ष से फरारी काट रहा था। शहर कोतवाल रमेश माचरा की ओर से विशेष दल गठित किया गया। पुलिस की जांच में पता चला कि आरोपी जगमोहन गर्ग पुत्र मीठालाल गर्ग निवासी यमुना विहार दिल्ली का अपना मकान बेच कर अन्य जगह फरार हो गया है।
पुलिस को गाजियाबाद उत्तर प्रदेश में आरोपी का ठिकाना होने की सूचना मिली। पुलिस ने घेराबंदी कर शनिवार को सात वर्ष से फरार चल रहे ठगी के आरोपी जगमोहन को हिरासत में ले लिया।
रविवार को आरोपी को सक्षम न्यायाधीश के समक्ष पेश किया गया जहां से उसे पुलिस हिरासत में सुपुर्द कर दिया गया है। मामले में कुल चार आरोपियों में से पुलिस तीन आरोपियों को पूर्व में ही उनके ठिकानों से गिरफ्तार कर प्रकरण का न्यायालय में चालान पेश कर चुकी थी।