लाओस। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14वें भारत-आसियान शिखर सम्मेलन और 11वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने बुधवार को अपने दो दिवसीय दौरे पर लाओस पहुंचे।
सामरिक रूप से महत्वपूर्ण दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के साथ भारत के व्यापार एवं सुरक्षा रिश्तों को मजबूत बनाने के उद्देश्य से शिखर सम्मेलनों के दौरान प्रधानमंत्री मोदी कई नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे। इसकी शुरूआत उन्होंने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से मुलाकात कर की।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा कि जापान के साथ मजबूत संबंधों पर चर्चा हुई। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ मुलाकात। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट कर कहा, ‘एक खास दोस्त और महत्वपूर्ण भागीदार जापान के साथ द्विपक्षीय बैठकों की शुरूआत’।
भारत-दक्षिण पूर्वी एशियाई राष्ट्र संघ (आसियान) के शिखर सम्मेलन में दक्षिण-पूर्वी एशिया के दस राष्ट्र हिस्सा ले रहे हैं। इनमें इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपींस, सिंगापुर, ब्रुनेई, कंबोडिया, लाओस, म्यांमार, वियतनाम तथा थाईलैंड के नेता हिस्सा लेंगे।
वहीं पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में 10 एशियाई राष्ट्रों के नेता हिस्सा लेंगे जिनमें भारत, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, अमरीका और रूस शामिल हैं।
लाओस के लिए रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि आसियान भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति का प्रमुख भागीदार है जो हमारे पूर्वोत्तर क्षेत्र के आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है’।