शिमला। कांग्रेस नेता सचिन पॉयलट ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा को हिमाचल प्रदेश में दो बार मुख्यमंत्री रह चुके प्रेम कुमार धूमल को मुख्यमंत्री उम्मीदवार पेश करना पड़ा, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आकर्षण करिश्मा खत्म हो चुका है।
उन्होंने पत्रकारों से कहा कि भाजपा को बीच में ही अपनी रणनीति बदलनी पड़ी और प्रेम कुमार धूमल को मुख्यमंत्री के उम्मीदवार के तौर पर पेश करना पड़ा। वहीं कांग्रेस हमेशा से अपने मुख्यमंत्री उम्मीदवार वीरभद्र सिह को लेकर आत्मविश्वास से भरी थी, जो जनता के नेता हैं और प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने डर की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे को चुनाव से पहले हटा लिया। हमलोग विकास पर निर्भर हैं, जिसे हमारी पार्टी ने पिछले पांच वर्षो में यहां किया है।
पॉयलट ने चुनावी राज्यों में भाजपा द्वारा पूरे केंद्रीय नेतृत्व को प्रचार के लिए उतारने पर होने वाले खर्च को लेकर भी सवाल उठाए।
उन्होंने कहा कि उनके चुनाव प्रचार से मतदाताओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा..। वे अच्छी तरह जानते हैं कि मोदी सरकार ने आम लोगों को केवल परेशान किया है। लोग नोटबंदी, जीएसटी और महंगाई को लेकर काफी परेशान हैं।
68 सदस्यीय हिमाचल प्रदेश विधानसभा के चुनाव के लिए नौ नवंबर को वोट डाले जाएंगे और चुनाव के नतीजे गुजरात चुनाव के नतीजे के साथ 18 दिसंबर को आएंगे।