नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने इस बार गर्मियों में बिजली उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत देने की योजना बनाई है। एलईडी बल्ब स्कीम के बाद विद्युत मंत्रालय अब लोगों को पुराने और बेकार पंखों को हटाकर आधी कीमत पर ज्यादा क्षमता वाले पंखे देने योजना बना रही है।
केंद्रीय कोयला और नवीकरणीय ऊर्जा राज्य मंत्री पीयूष गोयल के अनुसार वह पंखों को कुशल योजना के तौर पर देख रहे हैं ताकि उपभोक्ता और देश, दोनों को इसका लाभ पहुंच सके।
एलईडी बल्ब बांटने की योजना को सफल बना चुके विद्युत मंत्रालय को उम्मीद है कि बिजली उपभोक्ताओं को आधे दामों पर पंखा देने वाली योजना भी रंग लाएगी।
मंत्रालय के अनुसार पायलट स्कीम के तौर पर ईईएसएल ने आंध्र प्रदेश में दो प्रतिष्ठित कंपनियों को एक लाख पंखे बनाने का टेंडर दिया है।
उपभोक्ताओं को 950 रुपए में फाइव-स्टार पंखे बांटे जाएंगे, जो पचास वॉट की खपत वाले होंगे। बाजार में इन पंखों की कीमत 1700-1800 रुपए है, जबकि बिना स्टार रेटिंग वाले 80 वॉट के पंखे 800-900 रुपए कीमत पर मिल रहे हैं।
इस योजना से उपभोक्ताओं और सरकार, दोनों को लाभ पहुंचेगा क्योंकि केंद्र सरकार जिन पंखे बांटने की योजना बना रही है, वह सिर्फ सस्ते ही नहीं होंगे, बल्कि बिजली की खपत भी कम करेंगे। इससे उपभोक्ताओं के बिजली के बिल भी कम आएंगे और सरकार को भी फायदा होगा।
मंत्रालय का मानना है कि इन पंखों से उपभोक्ताओं को कम से कम 150 यूनिट की बचत होगी। अगर पांच रुपए प्रति यूनिट की दर से हिसाब लगाया जाए, तो हर साल उपभोक्ता को कम से कम 750 रुपए का फायदा होगा।
जानकारी हो कि डोमेस्टिक एफीशियंट लाइटिंग प्रोग्राम के तहत देश भर में लगभग सात करोड़ बल्ब बांटे जा चुके हैं, जिससे प्रतिदिन करीब 2,085 मेगावॉट बिजली की खपत बचती है और सरकार को प्रतिदिन करीब 2.4 करोड़ रुपए का फायदा हो रहा है।
परियोजना पर काम कर रही मंत्रालय की एजेंसी ऊर्जा दक्षता सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) इन एलईडी बल्बों को 73 रुपए पर बेच रही है, जबकि इसकी बाजार कीमत 310 रुपए है।