खडग़पुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पश्चिम बंगाल में अपने प्रचार अभियान की शुरूआत करते हुए रविवार को तृणमूल कांग्रेस पर उसके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर तीखा हमला बोला। मोदी ने साथ ही माकपा और कांग्रेस पर पश्चिम बंगाल में उनके गठबंधन लेकिन केरल विधानसभा चुनाव में एकदूसरे के खिलाफ लडऩे को लेकर भी निशाना साधा।
मोदी ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में कोई भी उद्योग नहीं आया है तथा राज्य में एकमात्र ‘बम बनाने का उद्योग’ फल फूल रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में एकमात्र परिवर्तन मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के रूप में दिखा है। उन्होंने ममता पर राज्य में कोई परिवर्तन लाने में असफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि इन दिनों वह शहंशाह की तरह व्यवहार करती हैं।
मोदी ने सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस पर सारदा घोटाले से लेकर नारद स्टिंग आपरेशन से भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उसके नेता कथित तौर पर पूछते हैं कि उन्हें रिश्वत की ‘अगली किश्त’ कब मिलेगी।
उन्होंने कहा कि मैं बंगाल के लोगों से पूछना चाहता हूं कि क्या उन्होंने भ्रष्टाचार के पक्ष में वोट किया था? क्या लोगों ने भ्रष्टाचार की खातिर सरकार बनाई थी? पहले सारदा और अब नारद स्टिंग आपरेशन। तृणमूल कांग्रेस का पूरा नेतृत्व यह पूछते हुए कैमरे के सामने रिश्वत लेते हुए दिा रहा है कि उन्हें अगली किश्त अब मिलेगी।
मोदी ने कहा कि यह जनता का पैसा है जो लूटा जा रहा है। हम भाजपा सरकार भी दो वर्षों से दिल्ली में सत्ता में हैं। क्या आपने कभी किसी घोटाले के बारे में सुना है? हम जनता का पैसा लूटने के बजाय भूखों रहना पसंद करेंगे।
मोदी ने भाजपा के लिए जनता से एक बार समर्थन मांगते हुए कहा कि 34 वर्ष के वाम शासन ने बंगाल को ‘बर्बादÓ कर दिया और तृणमूल कांग्रेस ने पिछले पांच वर्षों में जनता की आकांक्षाओं एवं उनके सपनों को तोडा है। तृणमूल कांग्रेस ने बंगाल को बर्बाद कर दिया है।
उन्होंने कहा कि पांच वर्ष पहले मैंने सोचा था कि बंगाल में एक परिवर्तन आएगा लेकिन हमारी आकांक्षाएं विफल हो गर्इं। प्रधानमंत्री ने कहा कि बंगाल में कोई उद्योग नहीं आ रहा है और यहां एकमात्र ‘बम बनाने का उद्योग’ फल फूल रहा है।
मोदी ने कहा कि राज्य सरकार को इस बम बनाने उद्योग से दिक्कत नहीं है। आप विस्फोट करके और गुंडों का इस्तेमाल करके जनता का दिल नहीं जीत सकते। लोग करारा जवाब देंगे क्योंकि आपने जनता को धोखा दिया है।
उन्होंने वाम और कांग्रेस पर तीखा निशाना साधते हुए कहा कि वे पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में साथ आकर लेकिन केरल विधानसभा चुनाव में एकदूसरे के खिलाफ लड़कर बंगालियों के विवेक को चुनौती दे रहे है और अपमान कर रह रहे हैं।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस और वामपंथियों ने बंगाल के विवेक को चुनौती दी है और बंगाली उन्हें नहीं छोड़ेंगे जो ऐसा प्रयास करते हैं। वामपंथी और कांग्रेस केरल और बंगाल में लड़ रहे हैं। वे केरल में एकदूसरे के खिलाफ लड़ रहे हैं, वे बंगाल में पर्दे के पीछे का खेल खेल रहे हैं। केरल में वे कुश्ती लड़ रहे हैं और बंगाल में वे मित्रता कर लेते हैं। ये बंगालियों के विवेक को एक चुनौती है।
उन्होंने कहा कि क्या वे बंगाल के विवेक को चुनौती नहीं दे रहे हैं और उसका अपमान नहीं कर रहे हैं? क्या ये बंगाल के आत्मसमान का अपमान नहीं है? ये बंगालियों का अपमान है। यदि उनमें साहस है, उन्हें स्वीकार करना चाहिए था कि वे अवसरवादी हैं और केवल सत्ता के भूखे हैं और उनका केरल या बंगाल से कोई लेना देना नहीं है।
उन्होंने बंगाल में माकपा और कांग्रेस गठबंधन की आलोचना करते हुए दोनों पार्टियों पर आरोप लगाया कि वे बंगाल और केरल दोनों ही राज्यों के लोगों को मूर्ख बनाने का प्रयास कर कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियां केरल में एकदूसरे के खिलाफ लड़ रही हैं जबकि बंगाल में उन्होंने एक गठबंधन बना लिया है। उनमें यह स्वीकार करने का साहस होना चाहिए कि उन्हें केरल और बंगाल के लोगों की बिल्कुल भी नहीं बल्कि केवल सत्ता की चिंता है।