सूरत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को वरिष्ठ कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर पर उनको ‘नीच जाति’ का व्यक्ति कहने का आरोप लगाते हुए उनपर जवाबी हमला किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि अय्यर ने ऐसा कहकर सभी गुजरातियों का अपमान किया है जोकि आगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी के पक्ष में मतदान कर कांग्रेस को मुहतोड़ जवाब देंगे।
मोदी ने एक चुनावी सभा में कहा कि वे मुझे नीच जाति कहकर पुकार सकते हैं। हां, मैं समाज के गरीब वर्ग से हूं और मैं अपने जीवन का हर क्षण गरीबों, दलितों, आदिवासियों और पिछड़ी जातियों के लिए काम करने में बिताऊंगा। यह मेरी संस्कृति है। वे अपनी भाषा पर कायम रहें और हम अपना काम करते रहेंगे।
प्रधानमंत्री अय्यर के बयान पर जवाब दे रहे थे, जिन्होंने इससे पहले दिल्ली में कहा था कि मोदी बहुत नीच किस्म का आदमी हैं।
मणिशंकर अय्यर ने कहा था कि वह बहुत नीच (चीप) व्यक्ति हैं जिनके पास कोई शिष्टता नहीं है (ही इज अ वेरी चीप पर्सन, हैज नो मैनर्स)। इस अवसर पर (दिल्ली स्थित भीमराव अंबेडकर रिसर्च सेंटर के उद्घाटन के मौके पर) गंदी राजनीति करने की क्या जरूरत है?
2014 के आम चुनाव के दौरान अय्यर ने मोदी पर तंज कसते हुए उन्हें चायवाला कहा था, जिसकी कांग्रेस को भारी कीमत चुकानी पड़ी थी। मोदी और भाजपा ने इस टिप्पणी को मोदी की पृष्ठभूमि से जोड़कर चुनाव में इसका फायदा उठाया था।
प्रधानमंत्री ने अय्यर पर निशाना साधते हुए कहा कि वह एक अच्छे परिवार से आते हैं और उनके पास कई विश्वविद्यालयों की उपाधियां हैं। वह वर्षों तक कूटनीतिज्ञ रह चुके हैं और मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री भी थे। लेकिन वह ऐसे अपमान सूचक शब्दों का प्रयोग करते हैं। मोदी ने कहा कि यह गुजरात का अपमान है। यह सिर्फ गुजरात नहीं बल्कि संपूर्ण राष्ट्र का अपमान है।
मोदी ने अय्यर के लिए कहा कि आप ऐसे लोग हैं जो जाति के आधार पर भेदभाव करते हैं, हम नहीं। उनको परेशानी महसूस हो रही है। आप हमें गंदी नाली का कीड़ा कहकर पुकारते हैं, आप हमें नीच जाति का कहकर बुलाते हैं लेकिन हम अपनी संस्कृति नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि अय्यर मुगलई मानसिकत से बोल रहे हैं जोकि हर किसी को ‘नीच’ देखती है।
उन्होंने कहा कि वे हमें गधा, नीच, गंदी नाली का कीड़ा कहकर बुलाते हैं। ऐसी गंदी भाषा का गुजरात के लोग जवाब देंगे। कांग्रेस के नेता ऐसी भाषा बोल रहे हैं जो लोकतंत्र में अस्वीकार्य है। हमने उनके द्वारा काफी अपमान देखा है। जब मैं मुख्यमंत्री था, तब उन्होंने मेरा अपमान किया था, मुझे मौत का सौदागर कहा था और मुझे जेल भेजने की कोशिश की थी। लेकिन, हमें ऐसे तत्वों से कुछ नहीं कहना है। हमारा जवाब मतपेटी से आएगा।
मोदी ने कहा कि मेरी भाजपा कार्यकर्ताओं से अपील है कि वे इसपर प्रतिक्रिया न दें। लेकिन उन्हें नौ दिसंबर और 14 दिसंबर को जवाब दें।