नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ का अब पड़ोसी देश बांग्लादेश में भी प्रसारण होगा। आकाशवाणी ‘मैत्री’ के माध्यम से इस कार्यक्रम को बांग्ला भाषा में अनुवाद कर बांग्लादेशी नागरिकों को सुनाया जाएगा।
उर्दू, अंग्रेजी और कई अन्य क्षेत्रीय भाषाओं के बाद ‘मन की बात’ का बंगाली में अनुवाद किया जाएगा और ऐसा पहली बार होगा जब एक देश के नागरिक अपने पड़ोसी देश के प्रधानमंत्री के विचार सुन सकेंगे।
इसका प्रसारण भारत-बांग्लादेश के बीच इस तरह के पहले क्रॉस-बॉर्डर चैनल पर होगा। बांग्लादेश के लोगों को भारतीयों की तरह ही सवाल पूछकर कार्यक्रम का हिस्सा बनने का मौका मिलेगा।
बांग्लादेश के नागरिकों को इस प्रक्रिया में शामिल करने के लिए ऑल इंडिया रेडियो उनके कमेंट्स, जवाब और वॉइस मेसेज प्राप्त करने के लिए भी इंतजाम करेगा।
बांग्लादेश के स्वाधीनता संग्राम ‘मुक्ति जुधो’ में साथ देने वाले भारत की छवि एक ‘दोस्ताना देश’ के तौर पर मजबूत करने के लिए रेडियो चैनल पर चर्चाएं भी प्रसारित की जाएंगी। यह कोशिश बांग्लादेश पर भारत से दुश्मनी रखने वाले देशों के असर को कम करने के लिए की जा रही है। मैत्री बांग्लादेश में पाकिस्तान और चीन के रेडियो चैनलों की मजबूत पहुंच पर लगाम लगाने की दिशा में भी बड़ा कदम है।
‘मैत्री’ दोनों देशों की एक संयुक्त कोशिश है। इस पर बांग्लादेश की स्वाधीनता की लड़ाई जैसी ऐतिहासिक घटनाओं पर विशेष कार्यक्रम प्रसारित किए जाएंगे जिसका मकसद 1971 में हुई लड़ाई में भारत की भूमिका की जानकारी देना है।