सिडनी। आस्ट्रेलिया निवासियों को भारत आगमन पर वीजा देने की घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इसके लिए तैयारियां कर ली गई हैं। प्रधानमंत्री ने सिडनी के आलफोंस एरिना में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आस्ट्रेलिया निवासियों को भारत आगमन पर वीजा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह सुविधा भारत आने वाले लोगों को अनावश्यक परेशानियों से बचाने के लिए के लिए शुरू की जा रही है।
उन्होंने कहा कि भारत में देखने के लिए बहुत कुछ है। सरकार युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करना चाहती है और उसक ी सभी योजनाओं का केंद्र बिंदु यही है। उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार पर्यटन को प्रोत्साहन दे रही है। मोदी ने दर्शनीय स्थलों के संदर्भ में कहा कि जितना पूरी दुनिया के पास है उससे अधिक भारत के पास अकेले है।
मोदी ने कहा कि भारत के पास जो युवा शकित है वह आनेवाले दिनों में दुनिया को आगे ले जाने का इंजन बन सकती है। उन्होंने कहा कि दुनिया के कई देश आज बुढ़ाते जा रहे हैं। केवल तकनीक के भरोसे जीवन नहीं चल सकता। उसके लिए मानव शक्ति की जरूरत होती है। भारत भा ग्यवान है कि हमारे पास युवा शक्ति है लेकिन जरूरत है उनके कौशल विकास की। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह जमाना बाहुबल का नहीं है बल्कि बुद्धिबल का है।
उन्होंने कहा कि हम कब तक हीरे, जवाहरात, आलू, टमाटर निर्यात करते रहेंगे। दुनिया को नर्सो और शिक्षकों की जरूरत है। क्या हम अपने युवा ओं को प्रशिक्षित करके दुनियाभर में नहीं भेज सकते। हमें अपनी युवा शक्ति पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है।
मोदी के संबोधन के बीच चारों तरफ मोदी-मोदी के नारे लगते रहे। इस पर भी टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि इस प्यार, आशीर्वाद और जय जयकार के पीछे अपेक्षाएं और आकांक्षाएं हैं। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपका सपना, मेरा सपना है। सरकारें देश नहीं बना सकतीं, देश बनता है देशवासियों के कारण।
अपनी सरकार की प्राथमिकताओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहाकि पूर्व की सरकारों को कानून बनाने में मजा आता था और उन्हें कानून समाप्त करने में। उन्होंने कहा कि हमें देशवासियों पर भरोसा करना पडेगा। अगर हम अपनों पर भरोसा नहीं करेंगे तो वे हम पर भरोसा कैसे करेंगे। हम देशवासियों पर विश्वास करें, आशंका न करें। अगर गरीबों पर विश्वास नहीं किया होता तो जनधन योजना में 5000 करोड़ रूपए जमा नहीं होते। हम समाज की शक्ति जोड़कर देश को आगे बढ़ाना चाहिए।
आस्ट्रेलिया के विकास में भारतीयों के योगदान को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि 200 साल पहले भारत से कुछ परिवार यहां आए थे। उन्होंने आस्ट्रेलिया को अपना लिया। अपने मूल्यों और व्यवहार से आज दुनियाभर में भारतीयों को प्यार मिला है। हर भारतीय का यही दायित्व है कि अपनी कर्मभूमि के साथ उसका लगाव और समर्पण होना चाहिए।
आस्ट्रेलिया में श्रमिकों के प्रति सम्मान की संस्कृति की तारीफ करते हुए मोदी ने कहा कि सिडनी एक खूबसूरत शहर है और आस्ट्रेलिया एक खूबसूरत देश। हमें आस्ट्रेलिया से जो चीज सीखने की जरूरत है, वह है मजदूरों का सम्मान। यह आस्ट्रेलिया के चरित्र में है। हमें अपने देश में मानसिकता को बदलने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए लोगों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि जहां तक नजर जा रही है, जनसैलाब है। कोई कल्पना भी नहीं कर सकता कि कामकाजी दिन होने के बावजूद इतने लोग जमा होंगे।
उन्होंने कहा कि मेरी समझ, बुद्धि और शक्ति देश को समर्पित है। हम सबको मिलकर देश बनाना है। हमें यह बात याद रखनी है कि हम आज जो कुछ हैं वह देश के कारण हैं। मोदी ने सिडनी में भारतीय सांस्कृतिक केंद्र खोलने की घोषणा करते हुए कहा कि यह फरवरी तक शुरू हो जाएगा। उन्होंने लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि अगर उन्हें कोई सुझाव या शिकायत हो तो वे सीधे उन्हें लिख सकते हैं।