नई दिल्ली। झंडेवालान में रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने केशव स्मारक समिति के कार्यालय के लिए प्रस्तावित नए भवन के निर्माण की नींव रखी। प्रस्तावित भवन सात मंजिला होगा और इसका निर्माण कार्य पूरा होने में लगभग तीन वर्ष का समय लगेगा। नए भवन में संघ का क्षेत्रीय कार्यालय तथा दिल्ली प्रांत का कार्यालय रहेगा।
केशव कुंज में रविवार सुबह आयोजित शिलान्यास कार्यक्रम में वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, हर्षवर्धन, पीयूष गोयल, विजय गोयल और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह तथा संगठन मंत्री रामलाल भी मौजूद थे।
शिलान्यास के बाद संघ के दिल्ली प्रांत के संघचालक एवं केशव स्मारक समिति के उपाध्यक्ष आलोक कुमार ने पत्रकारों को बताया कि संघ कार्य के विस्तार के साथ ही पुराने भवन में स्थान की कमी अनुभव की जा रही थी। इसके अलावा पुराना भवन अब जीर्ण-शीर्ण हो रहा था। इसलिए नए भवन के निर्माण का निर्णय लिया गया।
उन्होंने कहा कि 3.5 लाख वर्ग फीट क्षेत्र में भवन का निर्माण दिल्ली के एक लाख से अधिक स्वयंसेवकों के आर्थिक सहयोग से होगा।
उन्होंने बताया कि बहुमंजिला इमारत में पार्किंग के अलावा तीन ब्लॉक होंगे। इनमें प्रशासन, प्रकाशन, पुस्तकालय, अभिलेखागार, कंप्यूटर सुविधाएं, बैठक कक्ष, स्वागत कक्ष, प्रतीक्षा कक्ष, पुस्तकों के विक्रय के लिए काउंटर, संगोष्ठी कक्ष, कार्यालय, रसोई, भोजनालय, चिकित्सा सुविधाएं, अतिथि कक्ष व कर्मचारियों के लिए आवास की सुविधा उपलब्ध रहेगी। आलोक ने बताया कि यह भूखंड 1947 में तत्कालीन सरसंघचालक गुरूजी को मिला था।
गुरूजी ने 1972 में इस संपत्ति के सभी अधिकार केशव स्मारक समिति को स्थानांतरित कर दिए थे। यह समिति सोसायटी रजिस्ट्रेशन एक्ट, 1860 के अंतर्गत जन परोपकार के लिए गठित की गई थी। समिति विभिन्न प्रकार की जन कल्याण गतिविधियां चलाती है जिनमें एक पुस्तकालय व वाचनालय, एक निःशुल्क डिस्पेंसरी जिसमें ओपीडी सुविधा है, वोकेशनल प्रशिक्षण केंद्र आदि शामिल हैं। इसी पुराने भवन से संघ के क्षेत्रीय कार्यालय व दिल्ली प्रांत कार्यालय भी अपना कार्य करते रहे हैं। अब इस भवन के स्थान पर नए भवन का निर्माण किया जाएगा।