नई दिल्ली। वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज की ओर से भारत की रेटिंग में सुधार करने के बाद केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को कहा कि यह बेहद उत्साहजनक है, जो सरकार द्वारा किए गए संरचनात्मक सुधारों पर अंतरराष्ट्रीय मुहर है।
उन्होंने कहा कि यह पिछले कुछ वर्षों में उठाए गए सभी सकारात्मक कदमों को देर से मिली मान्यता है। यह एक मान्यता और प्रक्रिया है, जिसे भारत ने पिछले तीन-चार वर्षों में पार किया है, और संरचनात्मक सुधारों ने भारत को उच्च विकास पथ पर रखा है।
देशों को क्रेडिट रेटिंग देने वाली अमेरिकी संस्था मूडीज ने सम्प्रभु देशों की रेटिंग में 13 सालों बाद भारत के स्थान में सुधार करते हुए उसे ‘बीएए2’ कर दिया है। इसके अलावा इसने भारत की स्थानीय और विदेशी मुद्रा की मजबूती की रेटिंग बीएए3 से बढ़ाकर बीएए2 कर दिया है।
मूडीज ने देश की रेटिंग को सकारात्मक से बढ़ाकर स्थिर कर दिया है और कहा कि यह भारत सरकार के आर्थिक और संस्थागत सुधारों के व्यापक कार्यक्रम का नतीजा है।
उन्होंने कहा कि मूडीज द्वारा भारत की रेटिंग में सुधार करना हमारी सरकार की ओर से पिछले तीन वर्षों में अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए किए गए सकारात्मक प्रयासों का नतीजा है।
जेटली ने कहा कि जीएसटी को सफलतापूर्वक लागू करने को वैश्विक रूप से भारतीय कर ढांचे में एक ऐतिहासिक सुधार के रूप में मान्यता दी गई है। इन सभी कदमों में बड़े सुधार किए गए हैं। पिछले कुछ वर्षों में उठाए गए सभी कदम एक रोडमैप के तहत थे।
उन्होंने कहा कि यह बेहद उत्साहजनक है कि 13 वर्षों बाद अंतरराष्ट्रीय मान्यता मिली है। मंत्री ने कहा कि तीन सालों से हम कई ढांचागत सुधार कर रहे थे। यहां तक कि हमने विश्व बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में 30 पायदान की छलांग लगाई है। अब 13 साल के लंबे इंतजार बाद भारत को अपग्रेड की गई रेटिंग मिली है।