जकार्ता। इंडोनेशियाई वायु सेना के विमान हादसे में मरने वालों की संख्या बुधवार को बढ़कर 141 हो गई। यह परिवहन विमान मंगलवार को उड़ान भरने के थोड़ी देर बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
जानकारी के अनुसार, यह घटना सुमात्रा के पश्चिमी द्वीप के निकट मेडान शहर में घटित हुई जहां जलते हुए हकरुलस सी-130 विमान के नीचे आने से क्षेत्र के कुछ घरों और कारों को नुकसान पहुंचा।
इस दौरान विमान में 120 यात्री सवार थे जिनमें से एक भी यात्री सुरक्षित नहीं बच सका, मारे जाने वालों में दूसरे लोग उस इलाक़े के रहने वाले थे जहां विमान हादसे का शिकार हुआ था। दुर्घटना के बाद व्यापक पैमाने पर राहत और बचाव अभियान शुरू किया गया जो अभी भी जारी है।
हादसा किस वजह से हुआ इसका पता अभी तक नहीं चला है लेकिन वायुसेना के एक प्रवक्ता का कहना है कि विमान के पायलट ने तकनीकी ख़ामी की वजह से विमान उतारने की अनुमति मांगी थी।
सेना प्रवक्ता फौद बास्या ने कहा कि विमान स्थानीय समय के अनुसार 12:08 मिनट पर उड़ान भरने के दो मिनट बाद ही पांच किलोमीटर की दूरी पर शहर में दुर्घटनाग्रस्त होकर गिर गया।
वहीं, संवाददाताओं ने बताया कि इस इलाके में बीते दस वर्ष में इस तरह का ये दूसरा विमान हादसा है। सितम्बर 2005 में बोइंग 737 विमान इसी इलाके में गिरा था जिसमें कुल 143 लोग मारे गए थे।
विमान ने मंगलवार सुबह जकार्ता के हलीम पर्दानकुसुमा हवाई अड्डे से उड़ान भरी थी। देश के विभिन्न क्षेत्रों में स्थानांतरित हुए सैनिकों को लेने के लिए यह विमान कई जगह उतरा था।
इंडोनेशियाई वायुसेना के कमांडर एयर मार्शल आगस सुप्रितना ने एक साक्षात्कार में संकेत दिया है कि विमान में खराबी आने के कारण यह दुर्घटना हुई।
रिपोर्टों में कहा गया है कि चूंकि विमान घनी आबादी वाले क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हुआ है, इसीलिए हादसे दर्जनों लोगों के मारे जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि दुर्घटना से पहले विमान के चालक ने छावनी लौटने की मांग की थी।
आगस ने कहा कि दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले विमान में कुछ खराबी आ गई थी। हवाई यातायात नियंत्रक के साथ विमान के चालक की बातचीत से यह साबित किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि विमान का निर्माण 1964 में हुआ था और उसका परिचालन स्क्वाड्रन-31 द्वारा किया जा रहा था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इंडोनेशिया में विमान दुर्घटना पर दु:ख व्यक्त करते हुए कहा कि इंडोनेशिया में विमान दुर्घटना की खबर बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मेरी संवेदनाएं मृतकों के परिजनों के साथ हैं और मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।